कांटाफोड़- नगर की जीवन दायिनी चंद्र केशर नदी पर कुछ ही वर्षों पूर्व करोड़ों की लागत से ब्रिज का निर्माण हुआ मगर देखते ही देखते उसमे दरारे पड़ने लगी और वो क्षति ग्रत हो गया।
शासन की मंशा अनुसार नर्मदा परिक्रमा के हजारों वाहन इसी मार्ग से होकर निकलते हैं जिसके चलते कांटाफोड़ से नाचन मोर सड़क का निर्माण एमपी आरडीसी के माध्यम से ठेकेदार जीबीआर कंपनी के द्वारा किया गया मगर करोड़ों की लागत से निर्मित ब्रिज महज कुछ ही वर्षों में क्षति ग्रस्त होना निर्माण कंपनी पर सवालिया निशान है।जबकि पुराने जमाने में एक बार ब्रिज बनता था तो सो वर्षों तक दारारे तक नहीं आती थी जिसका प्रमाण आजादी से पूर्व अंग्रेजो के जमाने के बने कई पुल पुलिया जिन पर आज भी आवागमन जारी है साथ ही चन्द्र केशर नदी पर निर्मित ब्रिज जो कि कांटाफोड़ से उदय नगर को जोड़ते हुवे इंदौर एवं ओम्कारेश्वर को जोड़ता है जिस पर लगभग डेढ़ माह से आवागमन बंद होने से नागरिकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है नगर के नागरिकों का कहना है ठेकेदार द्वारा इस ब्रिज के निर्माण में घटिया सामग्री का उपयोग किया गया है जिसकी जांच होना चाहिए। अब इस ब्रिज पर फिर से पेच वर्क किया जाकर छत डाली गई है देखना ये है कि अब कितने वर्ष तक ब्रिज चलेगा।