देवास । कोरोना महामारी के भयावह दौर में, आक्सीजन की कमी के कारण कई लोगो की जाने चली गई । हर तरफ मचे हाहाकार के बीच महात्मा गांधी जिला चिकित्सालय में आक्सीजन प्लांट की मांग उठ खड़ी हुई । यह उपलब्धि रही कि आक्सीजन प्लांट की मशीने एवम अन्य उपकरण देवास आ गए, प्लांट शीघ्र शुरू होने की आशा है, लेकिन नांचे कूदे बांदरी और खीर मदारी खाय तथा पेड़ कोई लगाय, फल चोरी कर के कोई दूसरा खा जाये कि तर्ज पर, आक्सीजन प्लांट लगने से पूर्व ही इसके श्रेय लेने की राजनीति शुरू हो गयी है ।
बीते दिवस आक्सीजन प्लांट लगेगा कब, इसको भी लेकर खूब वाद विवाद हुआ । प्रदेश कांग्रेस महामंत्री प्रदीप चौधरी ने विधायक गायत्रीराजे पवार पर सवाल दाग दिये, जो मीडिया की सुर्खियों में भी खूब छाये रहे । देवास में आक्सीजन प्लांट भाजपा के पूर्व महामंत्री राजेश यादव की दृढ़ इच्छाशक्ति का परिणाम है ।
ऑक्सीजन प्लांट लगाने हेतु इतनी मशक्कत करने के बाद भी पूर्व जिला महामंत्री राजेश यादव ने इसका श्रेय ना लेते हुए बताया कि उक्त ऑक्सीजन प्लांट हेतु संवेदनशील सांसद श्री महेंद्रसिंह जी सोलंकी और सक्रिय विधायक श्रीमन्त राजमाता जी ने अपनी निधि से जो राशि दी उसी का परिणाम है कि ये आक्सीजन प्लांट देवास में स्थापित हो पा रहा है,इन जनप्रतिनिधियों ने प्लांट शीघ्र जिला अस्पताल देवास में स्थापित करने हेतु भी अपने स्तर पर लगातार प्रयास किये परिणामस्वरूप ये प्लांट इतनी कम अवधि में देवास में इंस्टाल हो सका है

अप्रैल माह में कोरोना महामारी से जूझते मरीजो की, ऑक्सीजन की कमी के चलते एक के बाद एक हो रही मौतों के बीच पूर्व महामंत्री राजेश यादव ने शासन, प्रशासन, जनप्रतिनिधियो एवम संगठन स्तर पर अपनी और से भरसक प्रयास किये । 20 अप्रैल को कलेक्टर चन्द्रमौली शुक्ला के साथ मेटश्योर मेटर लाइफ केयर बाग सेवनिया भोपाल के योगेश मालवीय की मीटिंग राजेश यादव की कार्यवाई । कम्पनी की और से ऑक्सीजन प्लांट लगाने का प्रपोजल दिया गया। इस प्रपोजल में 87 लाख 92 हजार में देवास जिला अस्पताल में प्लांट इंस्टाल होना था, जिसे कलेक्टर श्री शुक्ला और जिला पंचायत सी ई ओ सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारियों ने समस्त खानापूर्ति करते हुवे स्वीकृत किया; 26 अप्रैल को वर्क आर्डर मेट श्योर लाइफ केयर कंपनी को इश्यू किया गया। 15 लाख रु का एडवांस पेमेंट सीएमएचओ ऑफिस से मेटश्योर लाइफ केयर कम्पनी को 30 अप्रैल को कराया गया। इस प्रकार ऑक्सीजन प्लांट लगने का रास्ता सापफ हुआ; 17 मई को प्लांट के कुछ उपकरण अहमदाबाद से निकल गए थे, किंतु भारी बारिश की वजह से 20 अप्रैल की सुबह देवास पहुच पाए। प्लांट के शेष उपकरण 26 मई को जिला अस्पताल पहुचे; दुसरे दिन 27 मई को कम्पनी के इंजीनियर हितेश प्लांट को इंस्टाल करने देवास पहुच गए । इस बीच पिछले दिनो में यादव लगातार कम्पनी के योगेश मालवीय को प्रेशर करते रहे कि वो शीघ्र प्लांट देवास में इंस्टाल करवाये, लेकिन उन्होने कभी श्रेय लेने की राजनीति नहीं की, बल्कि जैसे ही ऑक्सीजन प्लांट के उपकरण देवास पहुँचना शुरू किये स्थानीय नेताओं के समर्थको ने सोशल मीडिया पर सक्रिय होकर ऑक्सीजन प्लांट का सारा श्रेय लेने के लिये एक प्रकार से जंग छेड़ दी।
आक्सीजन प्लांट की देरी में पीडब्ल्युडी विभाग की लापरवाही
ऑक्सीजन प्लांट के स्थापित होने के बाद 125 बेड को ऑक्सीजन सप्लाई मिल सकेगी। प्लांट अब तक पूरी तरह स्थापित हो चुका होता, लेकिन पी डब्ल्यू डी विभाग की लापरवाही कारण प्लांट शुरू नही जो सका, प्राप्त जानकारी अनुसार पी डब्ल्यू डी विभाग द्वारा प्लांट के बिजली कनेक्शन हेतु 95 एमएम का केबल वायर डालना था जबकि विभाग ने बिजली कनेक्शन हेतु 50 एमएम का केबल वायर डाल दिया।