देवास। विगत कुछ दिनों से तेजी से बढ़ रहे कोरोना संक्रमण को लेकर देवास शहर में अराजकता का माहौल बन गया है। जिला प्रशासन पूरी तरह से इस समस्या से निपटने में असफल हो रहा है। शासकीय और निजी अस्पतालों में बेड के लिए हाहाकार मचा हुआ है। परिजन अपने पेशेंट को लेकर शहर में इधर-उधर भटक रहे हैं। साथ ही इस बीमारी में लगने वाले रेमेडीसीवर इंजेक्शन की मांग के हिसाब से आपूर्ति कराने में जिला प्रशासन नाकाम रहा है। देवास के जनप्रतिनिधि जिनको की प्रशासन हमेशा हर काम का श्रेय देता आया है वह भी इस भयंकर स्थिति में नदारद हैं। उनके द्वारा भी ऐसे समय में सिर्फ खोखली घोषणा ही की जा रही हैं। कोई ठोस कार्य नहीं किया जा रहा है। ऑक्सीजन की कमी को लेकर पेशेंट त्राहिमाम है। ऑक्सीजन की कमी दूर करने की सिर्फ बात की जा रही है पर जमीनी स्तर पर वही की वही स्थिति है। आज ऐसे समय में ठोस रणनीति बनाकर सबको संयुक्त रूप से साथ रखकर कोई कार्ययोजना बनाकर जल्द से जल्द अमल में लाना चाहिए।जिला प्रशासन ने देवास के असल हालात राज्य शासन के समक्ष रखना चाहिए। इससे राज्य शासन से मिलने वाली सहायता तो मिलेगी ना कि जनप्रतिनिधियों की चाटुकारिता कर शासन को भ्रम में रखना चाहिए।