• मां चामुंडा सेवा समिति ने संत महात्माओं व आयोजक मंडल का किया अभिनंदन
देवास। जहां यज्ञ हवन होता है, वह भूमि पवित्र हो जाती है। वह भूमि प्रेत आत्माओं से मुक्त हो जाती है। श्री लक्ष्मी नारायण महायज्ञ का दिव्य आयोजन जिस भव्यता के साथ संपन्न हुआ है और देवास वासियों ने यज्ञ मंडप की परिक्रमा, यज्ञ नारायण की सेवा करके यज्ञ में यजमान बनकर जो पुण्य लाभ कमाया है वह अतुलनीय है।
वास्तव में यज्ञ बहुत ही कठिन परिश्रम से संपन्न होते हैं। आयोजक मंडल के वासुदेव परमार, राहुल हारोडे एवं आयोजन समिति ने समर्पण भाव से इस पुण्यमय कार्य को संपन्न किया वह साधुवाद के पात्र हैं। सच्चा आशीर्वाद सिर पर हाथ रखवाने से नहीं मिलता। किसी का भला करने पर हृदय से जो आशीर्वाद प्राप्त होता है। वही सच्चा आशीर्वाद होता है। यह विचार साकेतवासी गरुड़दास जी महाराज ध्यान योग साधना एवं सेवा न्यास पंचमुखी धाम आगरोद की प्रेरणा मे मालीपुरा मैं श्री कृष्ण गोपालदास जी महाराज के सानिध्य में आयोजित श्री लक्ष्मी नारायण महायज्ञ की पूर्णाहुति के दौरान मां चामुंडा सेवा समिति द्वारा संत महात्माओ के सम्मान अवसर पर व्यक्त किए। मां चामुंडा सेवा समिति के रामेश्वर जलोदिया के नेतृत्व में श्री कृष्ण गोपाल दास जी महाराज, काशी से पधारे रघुनाथ दास जी, विजय दास जी, चित्रकूट के रवी लोचन दास जी, भुवनेश्वर दास जी, पंचमुखी धाम से स्वामी दामोदरानंदजी, सुखराम दास जी सहित यज्ञमण्डप में उपस्थित संत महात्माओं एवं आयोजक मंडल के वासुदेव परमार, राहुल हरोडे का मां की चुनरी ओढ़ाकर व पगड़ी पहनाकर पुष्पमालाओं से आत्मीय अभिनंदन किया गया।