देवास/ बागली प्रदेश की अमूल्य धरोहर वन उपज वर्तमान परिस्थिति में गरीब मजदूर परिवारों के लिए सहारा बन रही है!
देवास जिला वन परिक्षेत्र में 10 रेंज शामिल है इसके तहत 468 फड़ के माध्यम से 50,000 तेंदूपत्ता संग्राहक मजदूर तेंदूपत्ता चुन चुन कर जमा कर रहे हैं! इस लघु वनोपज संग्रहण में मजदूरी 25 सो रुपए प्रति मानक बोरा तय की गई है! विगत वर्ष जो 16 करोड़ 25 लाख रुपए के मजदूरी वितरित की गई थी और बोनस के रूप में दो करोड़ 30 लाख रूपए की राशि वनांचल श्रमिक मजदूर परिवारों को दी गई थी ! 29 समितियों के माध्यम से यह कार्य वर्तमान में युद्ध स्तर पर जारी है इस बार तेंदूपत्ता लक्ष्य भी 55 हजार मानक बोरा से अधिक रखा गया हे! यह लक्ष्य 22 मई तक पूरा होने की उम्मीद है ! इस कार्य को 29 नोडल अधिकारी प्रबंधक और 468 फल मुंशी अंजाम दे रहे हैं! वनोपज यूनियन के अध्यक्ष नारायण सिह गुर्जर ने बताया कि सभांग मे अन्य जिलों की तुलना में सबसे ज्यादा पत्ता लगभग 55 से 60 हजार मानक बोरा देवास जिले में आने की उम्मीद है !जिला वन विभाग अधिकारी पीएन मिश्रा ने बताया कि देवास कन्नौद एवं वाली उप वन मंडल क्षेत्र से तेंदूपत्ता बेहतर क्वालिटी का निकलता है ! देवास एसडीओ संतोष शुक्ला बागली एसडीओ अमित सोलंकी कन्नौद एसडीओ एस सी यादव की संयुक्त टीम द्वारा 468 गांव के तेंदूपत्ता संग्रहण मजदूर परिवार की मेहनत से यह सब कुछ संभव हो पायेगा इस बार तेंदूपत्ता संग्रहण लक्ष्य से 5 हजार बोरा अतिरिक्त रखा हे कुल 55 हजार से अधिक मानक बोरा तेंदूपत्ता संग्रहण हो जायेगा जो देवास जिला वन विभाग के लिए हर्ष की बात है
सोमवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 200 करोड़ का बोनस टेलीकॉन्फ्रेंस के माध्यम से आयोजित कार्यक्रम में e-payment द्वारा वितरित किया गया तेंदूपत्ता समिति से जुड़े समस्त वन कर्मचारी दैनिक वेतन भोगी संविदा कर्मचारी को कोरोना योद्धा की श्रेणी दी गई है समस्त कोरोना वारियर्स वाले लाभ इन्हें मिलेंगे
सुनील योगी