देवास। आने वाले समय मे अगर योजना के अनुरूप सब कुछ सही रह तो जल्द में मध्यप्रदेश में देश का सबसे बड़ा एयरपोर्ट देखने को मिलेगा। दरअसल प्रदेश के भोपाल – इंदौर रोड पर देवास- सोनकच्छ- चापड़ा के बीच देश का सबसे बड़ा एयरपोर्ट बनाने की कवायद तेज़ हो गयी है। यह एयरपोर्ट यात्रियों के साथ कार्गों और लॉजिस्टिक हब को बढ़ावा देने के लिए तैयार किया जा रहा है।
यह एयरपोर्ट बनने से देशभर में प्रदेश का नाम का कद तो बढेगा ही सही पर इसके साथ साथ इसके आस पास आने वाले शहरो को बहुत फायदा मिलने वाला है। जैसे देवास-इंदौर-भोपाल यहा विकास की जो गति है उसमें कई गुणा का इजाफा देखने को मिल सकता है आस पास के विकास के कारण रोज़गार का सृजन बड़े पैमाने पर होगा।
यह एयरपोर्ट बनाने के लिए मध्यप्रदेश के उद्योग विभाग ने लिए करीब 25 हजार एकड़ जमीन तलाश ली है। मप्र इंडस्ट्री डेवलपमेंट कॉरपोरेशन एमपीआईडीसी ने जमीन के संबंध में राज्य सरकार को प्रस्ताव भेज दिया है।
मुख्यमंत्री चौहान द्वारा इसी बर्ष 5 जनवरी को औघोगिक निवेश व नीति की समीक्षा की थी जिसके प्रमुख सचिव द्वारा इस एयरपोर्ट की टाइमलाइन सहित सम्पूर्ण जानकारी उन्होंने अधिकारियों को इस संदर्भ में 15 तारीख तक प्रजेंटेशन बनाकर देने के निर्देश भी दिए थे। मुख्यमंत्री ने दृढ़ लहजे में कहा था कि मैं भोपाल, इंदौर कार्गो एयरपोर्ट के लिये गंभीर हूं। टाइमलाइन निश्चित कीजिये और इस कार्य को मिशन मोड पर लीजिये।
साथ ही इस संबंध में बीते माह दिल्ली में केन्द्रीय विमातन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, औद्योगिक नीति एवं प्रोत्साहन विभाग के मंत्री राज्यवर्धन सिंह दत्तीगांव और मध्यप्रदेश के औद्योगिक नीति एवं प्रोत्साहन विभाग के प्रमुख सचिव संजय शुक्ला, एयरपोर्ट अथॉरिटी के चेयरमेन संजीव कुमार और विमानन विभाग के अधिकारियों के साथ लंबा मंथन हुआ है। साथ ही भोपाल और इंदौर एयरपोर्ट इसकी कितनी दूरी रहेगी, इस दोनों एयरपोर्ट को रेलवे और राष्ट्रीय तथा राज्य राजमार्ग से कैसे कनेक्ट किया जाएगा इस ओर भी मंथन किया गया । मप्र इंडस्ट्री डेवलपमेंट कॉरपोरेशन जगह चिन्हित कर सरकार को प्रस्ताव भेज दिया है।
एयरपोर्ट के लिए क्यो चुनी गई देवास – सोनकच्छ के बीच ली जगह
एयरपोर्ट के लिए ऐसी जगह तलाश की जा रही जिससे प्रदेश के विकास को बढ़ावा दिया जा सके व रोजगार बड़ा सके तमाम सर्वे के बाद देखा गया मध्यप्रदेश की 40% इंडस्ट्री इंदौर, देवास और पीथमपुर में है अधिकांश इंडस्ट्री होने के कारण एयरपोर्ट के लिए यह जगह तय की गई। साथ ही प्रदेश में विकास की रफ्तार बढ़ाने की लिए इस एयरपोर्ट को शाजापुर से देवास एबी रोड, इंदौर-भोपाल रोड, भोपाल-जयपुर रोड, नरसिंहगढ़ को एक—दूसरे से जोड़ा जाएगा. देश के सभी हिस्सों से आने जाने वाले को सुविधा रहे व इंदौर व भोपाल एयरपोर्ट और राष्ट्रीय व राज्य राजमार्ग के कनेक्ट के साथ सभी बातों का ध्यान रख ये जगह चुनी गई।
क्या क्या मिलेगी सुविधाएं क्या क्या होगा लाभ
भोपाल इंदौर रोड और उससे लगे मार्गों को जोड़ते हुए मेगा इंडस्ट्रियल रीजन भी तैयार किया जाएगा। यहां सभी तरह के उद्योग शुरु किए जा सकेंगे। SEZ (स्पेशल इकोनॉमिक जोन) भी बनाए जाएंगे। इसमें खाद्य प्रसंस्करण, सेवा उद्योग, सूचना प्रौद्योगिकी, रेडीमेड गारमेंट, उद्योगों से जुड़े सहायक उद्योग, फूड इंस्ट्रीज, फार्मा इंडस्ट्रीज, इलेक्ट्रानिक और अन्य सभी तरह के उद्योगों के लिए यहां विकसित भूखंड उपलब्ध कराए जाएंगे। उद्योगों को सड़क, बिजली पानी से लेकर अन्य सभी तरह की सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी। जो उद्योग यहां आएंगे उन्हें राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं के तहत मिलने वाली रियायतें भी उपलबध कराई जाएंगी। इस प्रोजेक्ट के लिए रेलवे, हवाई और सड़क परिवहन को आपस में कनेक्ट किया जाएगा।