देवास = जिस गति से कोरोनावायरस फैल रहा है और कोरोनावायरस की कारगर दवा रेमडेसीविर इंजेक्शन की कालाबाजारी हो रही है यह बड़े शर्म की बात है । कोराना महामारी के चलते आज लोगों के सामने बहुत बड़ा आर्थिक संकट उत्पन्न हुआ है खास करके मध्यम श्रेणी के और रोज कमा कर खाने वाले लोगों के सामने । कोरोना महामारी से आज से कोई भी घर अछूता नहीं है । प्रदेश की भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने लोगों की मदद करने से साफ इनकार करते हुए अपने हाथ खड़े कर दिए हैं। इंजेक्शन की वर्तमान कीमत 900 रुपये से लेकर 1200 रुपए टैक्स चुकाने के बाद है । लेकिन आपदा में अवसर देख रहे दवाई की कालाबाजारी करने वालों ने इसकी कीमत 3 हजार रुपये से 5000 हजार रुपये तक कर दी है । लोगों की मजबूरी है अपने परिजन की जान बचाना लोगों के पास पैसा नहीं है और सरकार मदद नहीं कर रही है जबकि कोरोना का इलाज निशुल्क रूप से किया जाना चाहिए। शहर जिला कांग्रेस अध्यक्ष मनोज राजानी व प्रवक्ता सुधीर शर्मा ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मांग की है कि वह तत्काल ही रेमडेसीविर इंजेक्शन उपलब्ध कराएं और प्रशासन के माध्यम से कोरोना मरीजों तक पहुचाये वह भी तय कीमत के अनुसार । आज हजारो मरीज हॉस्पिटलों में कोरोना का इलाज करा रहे हैं उन्हें इंजेक्शन की तत्काल जरुरत है । डॉ भी कह रहे हैं कि इन्हें शीघ्र इंजेक्शन दिया जाना अत्यंत जरूरी है। दवाई वालों के यहां इंजेक्शन के लिए जब लोग जा रहे हैं तो दवाई के दुकानदार उन्हें मना कर रहे कि इंजेक्शन हमारे पास नहीं है। इंजेक्शन के अभाव में भी कई मरीज अपनी जान गवा सकते हैं। इसके पूर्व ही सरकार तत्काल इंजेक्शन का इंतजाम करें ।वहीं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान घोषणा करे की कोरोना के मरीजों का इलाज चाहे निजी हॉस्पिटल हो या सरकारी हॉस्पिटल निशुल्क किया जाएगा सभी मरीजों के इलाज का खर्च सरकार उठाएगी ।