देवास। अमलतास हॉस्पिटल बांगर देवास के पी.आर.ओ. संजीव कुमार पंजाबी ने बताया कि पिछले दिनों एक अतिगंभीर कोरोना मरीज को अस्पताल लाया गया । जिसकी सूचना लगते ही डॉक्टर्स और स्टाफ की टीम सक्रिय हो गई और उस मरीज को भर्ती किया गया । देवास निवासी श्रीमती रुचिका तिवारी (40) को कोरोना संक्रमण अधिक होने के कारण उन्हें अमलतास हॉस्पिटल में लाया गया। उन्हें तत्काल हॉस्पिटल के आई.सी.यू. में शिफ्ट कर वेंटिलेटर इमरजेंसी के साथ इलाज शुरू किया गया। रिपोर्ट में मरीज के फेफड़ों में 95 प्रतिशत पहुंच चुका था और ऑक्सीजन लेवल भी 40 प्रतिशत हो गया था । ऐसे अतिगंभीर मरीज के बेहतर इलाज से लेकर उसके स्वस्थ होने तक की प्रक्रिया के लिए विशेषज्ञ डॉक्टर और स्टाफ पूरी तरह से आश्वस्त रहता है। वरिष्ठ डॉ. जगत रावत व डॉ. अश्विन सोनगरा ने मरीज का इलाज पूरी गंभीरता के साथ किया। लिक्विड ऑक्सीजन की व्यवस्था होने की वजह से जरूरत के अनुसार ऑक्सीजन की पूर्ति की गई। जिससे ऑक्सीजन लेवल में स्थिरता आई और ऑक्सीजन लेवल धीरे-धीरे बढ़ने लगा। इमरजेंसी एक्सपर्ट डॉ . प्रवीण तिवारी की निगरानी में लगातार मरीज की स्थिति को मॉनीटर किया गया। इसी का परिणाम रहा कि श्रीमती रुचिका तिवारी पूर्णतः स्वस्थ हैं और अस्पताल से डिस्चार्ज होकर घर जा चुकी हैं ।
इस बीच श्रीमती तिवारी के परिजनों को उनके रिश्तेदारों ने इंदौर के अन्य अस्पताल में शिफ्ट करने का प्रस्ताव रखा था, लेकिन मरीज के परिजनों को विश्वास था कि अमलतास हॉस्पिटल में जो इलाज किया जा रहा है वह उत्तम है। अमलतास हॉस्पिटल के चेयरमैन श्री मयंक राजसिंह भदौरिया ने कहा कि इस संबंध में देवास कलेक्टर श्री चंद्रमौली शुक्ला सर का भी उल्लेखनीय योगदान रहा। वे प्रत्येक मरीजों की जानकारी लेते हैं और उक्त अतिगंभीर मरीज की भी जानकारी प्रतिदिन ली।