महाकालेश्वर मंदिर भी मथुरा के प्रेम मंदिर की तरह रंग-बिरंगी लाइट्स से दमकेगा। लाइट के साथ साउंड सिस्टम भी होगा। जिस अंदाज में लाइटिंग चलेगी, उसी के साथ संगीत की स्वर लहरियां भी सुनाई देंगी। जब आरती होगी तो उसके साथ लाइटिंग के शेड्स बदलेंगे। मंदिर के विभिन्न हिस्सों में अलग शेड्स होंगे। कोटि तीर्थ कुंड के चारों तरफ व कुंड के भीतर भी लाइटिंग की रौनक बिखरेगी।
यह प्रोजेक्ट स्मार्ट सिटी में शामिल कर लिया है। मंदिर प्रबंध समिति टेंडर निकाल कर यह काम कराएगी। मथुरा का प्रेम मंदिर रंग-बिरंगी लाइटिंग के लिए भी जाना जाता है। स्मार्ट सिटी इससे आगे की नई तकनीकी वाली लाइटिंग कराएगी। चेयरमैन कलेक्टर आशीष सिंह के अनुसार महाकाल देश-विदेश के यात्रियों को आकर्षित करने के लिए यह प्रोजेक्ट बनाया है। मंगलवार को हुई स्मार्ट सिटी कंपनी की बोर्ड बैठक में मंदिर समिति के प्रशासक सुजानसिंह रावत ने इसका प्रजेंटेशन दिया। रावत के अनुसार अब टेंडर निकाल कर काम कराया जा सकता है। बोर्ड ने महाकाल मंदिर के त्रिवेणी संग्रहालय के नजदीक प्रस्तावित नए द्वार के सामने लोटस कुंड में फव्वारा बनाने को भी मंजूरी भी देदी। यह काम 29.56 लाख रुपए में होगा।
एलईडी फिक्सिंग लाइटिंग, बिजली की बचत भी
इस तरह की लाइटिंग करने वाली कंपनी के विशद तिवारी के अनुसार इस तरह की लाइटिंग को एलईडी फिक्सिंग लाइटिंग कहते हैं। इसके साथ साउंड भी दिया जाता है। साउंड के आधार पर लाइटिंग के शेड्स भी बनाए जा सकते हैं। इसके अलावा प्लानिंग कर भी लाइटिंग को फिक्स किया जा सकता है। अलग-अलग हिस्सों पर अलग शेड्स दे सकते हैं। मंदिर के मामले में भीतर और बाहरी हिस्सों में अलग लाइटिंग की जा सकती है। लगाए गए पैटर्न को चेंज भी किया जा सकता है। पर्व-त्योहार के आधार पर भी पैटर्न बनाए जा सकते हैं।