• व्यक्ति शाम 6 बजे तक किराना – सब्जी तो शाम 6 से 9 बजे तक दूध लेने जा सकेगा बाज़ार…!!
• छोटे दुकानदार लुका – छुप्पी खेलने पर मजबूर
देवास। प्रदेश में कोरोना संक्रमण के दृष्टिगत शासन ने सिर्फ दमोह जिले को छोडकर बाकि सभी जिलो में नाईट कर्फ्यू व वीकेंड पर शुक्रवार शाम 6 बजे से सोमवार सुबह 6 बजे तक का लॉकडाउन घोषित किया था।जिसमे आवश्यक सेवा वाली दुकानों को छोड़कर शेष सभी दुकाने बन्द थी। परंतु अब अधिकांश जिलो में कही 19 अप्रैल तो कही 22 अप्रैल तक लॉक डाउन ( कोरोना कर्फ्यू ) बढ़ा दिया गया। जिस प्रतिबंध में ज्यादा गतिविधियों को छूट दी गयी है।
प्रशासन का लॉकडाउन लगाने का एक मात्र उद्देश्य रहता है बाजार से भीड़ कम करके कोरोना संक्रमण की चैन को तोड़ा जाये परंतु देवास में ऐसा होता दिख नही रहा है। ताज्जुब की बात यह है कि जिले में जारी प्रतिबंधात्मक आदेश अनुसार किराना – सब्जी अन्य आवश्यक सामग्री की दुकान शाम को 6 बजे तक खुली रहेगी और आज सोमवार 12 अप्रैल को जारी संशोधित आदेश अनुसार दूध की दुकानें सुबह 6 से 9 व शाम 6 से 9 खुली रहेगी इसका मतलब अब व्यक्ति रात 9 बजे तक आराम से बाज़ार में निकल सकता है,शाम 6 बजे तक दूध व सब्ज़ी लेने व उसके बाद शाम 6 से 9 बजे तक दूध लेने।
• ये कैसा लॉकडाउन भीड़ आम दिनों से भी ज़्यादा…
19 अप्रैल तक बढे लॉकडाउन में किराना – सब्ज़ी सहित अन्यो को भी रियायत दी गयी है परंतु छोटे – मझोले दुकानदार को अभी भी दुकान बन्द रखने के आदेश है। शहर के शुक्रवारिया हाट में आज सोमवार को दिन में इस कदर भीड़ हे मानो आज शुक्रवार हो और हाट लगा हुआ है। इन सभी को देखकर अन्य दुकानदार मायूस होकर सोच रहा है – मेरी क्या गलती ? छोटे दुकानदारों जो रोज़ कमाकर अपना घर चलाता हे उनमे अब इस बात को लेकर आक्रोश भी नॉक्स
नज़र रहा है।
• छोटे दुकानदार लुका – छुप्पी को मजबूर
शहर में ऐसे दुकानदार जो अपनी रोज़ी रोटी के लिए अपनी दुकान पर निर्भर है वह अब लुका – छुपी के साथ व्यापार करने को मजबूर है। एक तरफ अपने परिवार को पालने की चिंता तो एक तरफ प्रशासनिक अमले के एक दम से आने व कार्यवाही करने की चिंता।
लॉकडाउन की स्थिति में ऐसे व्यापारी जिनका व्यापार सिर्फ गर्मी में सीजन में चलता हे यह बहुत ही विकट परिस्तिथि से गुज़र रहें है क्योंकि पिछले वर्ष भी लॉकडाउन के चलते उनका व्यापार पूरी तरह से ठप हो गया था तो इस वर्ष फिर से लगने वाले इस लॉकडाउन के कारण उनके व्यापार पर गहरा संकट मंडरा रहा है। ऐसे में इन दुकानदारों की मांग है की निर्धारित समय के लिए दुकानों को खोलने की अनुमति दी जाए।