विधायक पहाड़ सिंह कन्नौजे ने वर्तमान लोकशाही में लापरवाही पर गहरी चिंता जताई
बागली अनुभाग भौगोलिक दृष्टि से और राजनीतिक दृष्टि से विधानसभा बहुत बड़ी होकर विरल बस्ती में बसावट है इसमें अधिकतर गांव पहाड़ी स्थान पर है हालांकि जनपद विभाग शिक्षा विभाग महिला बाल विकास विभाग विद्युत विभाग और राजस्व विभाग अमला साथ में वन विभाग तथा पुलिस विभाग का जाल पूरी तरह से प्रत्येक परिवार के संपर्क में है! इसी के चलते प्रत्येक व्यवस्था हो पाती है समय-समय पर सभी लोक सेवक शासकीय कर्मचारी अपना अपना कार्य करते हैं लेकिन कुछ कर्मचारी जिसमें न्यूनतम ग्रेट वाले कर्मचारी लापरवाही के साथ दादागिरी के चलते सेवाओं को सही तरीके से नहीं कर रहे हैं कुछ बड़े अधिकारी और जवाबदार भी पक्षपात पूर्ण रवैया या आरामदेह रवैया करते हुए अपने कामों को उचित अंजाम नहीं दे रहे हैं जबकि वर्तमान समय में देश के प्रधान सेवक 18 से 20 घंटे काम कर रहे हैं विधायक स्वयं 15 से 16 घंटे तक सतत लोगों की मदद कर रहे हैं उनका मोबाइल आधी रात में भी चालू ही मिलता है समस्या भी सुनते हैं हल करने का पूरा पूरा प्रयास भी करते हैं लेकिन विधायक जी ने आज बताया कि उनका मन दुखी जब होता है जब ऐसी परिस्थिति में भी लोग अपना काम बखूबी से नहीं कर रहे बागली अस्पताल सहित अन्य स्थानों के विषय में बताया कि यहां पर कुछ जवाबदार व्रत के चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी स्थानीय होने के कारण उचित सेवा नहीं दे रहे हैं कुछ स्थानीय चिकित्सक भी संबंधित संस्थान में नहीं जा रहे हैं क्षेत्र मिलनसार लोगों का है एक छोटा सा कार्य करने के बावजूद तो मोबाइल फोन उसे बचाने के लिए आ रहे हैं वह स्वयं पुलिस विभाग से संबंधित रहे हैं जिसमें जवाबदारी और जिम्मेदारी गोपनीयता के साथ निभाई जाती थी लेकिन जनसेवक बनने के बाद वह दुविधा में नजर आते हैं हालांकि ईमानदारी से कार्य करने वाले कर्मचारियों की बढ़ाई करने से नहीं रुकते पर उनका मन दुखी जब होता है जब लोग तनख्वाह लेने के बाद भी तमाम सुविधा लेने के बाद भी अपने कर्तव्य स्थल पर उचित कार्य नहीं कर रहे वन विभाग और पुलिस विभाग पर अच्छी खासी नाराजगी बनी हुई है यह लोग कुछ लालच में गरीब लोगों को भूल जा रहे हैं कहीं गरीब परिवारों का परिवार उजड़ रहा है लेकिन इस बार वह पूरी तैयारी में है यदि किसी कर्मचारी या लोकसेवक ने ईमानदारी से कार्य नहीं किया तो उसके लिए या उसे हटाने के लिए मुख्यमंत्री तक भी जाना पड़ा तो अवश्य जाएंगे उन्होंने सभी से निवेदन किया है कि समय रहते सुधर जाएं और स्थानीय होने का फायदा ना उठाएं अपने काम सुचारू करना शुरू करें संकट का दौर चल रहा है इसलिए वह किसी का अहित करना नहीं चाहते लेकिन यदि मजबूरी पैदा की तो किसी को छोड़ा नहीं जाएगा अच्छे कार्य करने वाले लोग निकम्मे लोगों के कारण बदनाम होते हैं कई बार छोटे से कर्मचारी की गलती से पूरी संस्था बदनाम हो जाती है कार्यकर्ताओं से भी निवेदन किया है कि उनकी ऐसी कार्रवाई में फोन लगाने के पहले संबंधित के कर्म जरूर देखें
सुनिल योगी