देवास = देखने में आया है कि जब भी लॉकडाउन मैं छूट दी जाती है तो सबसे ज्यादा भीड़ किराने की दुकान पर लग जाती है। क्योंकि जीवन यापन की अधिकांश चीजें इन्हें दुकानों पर मिलती है । शहर जिला काग्रेस अध्यक्ष मनोज राजानी व प्रवक्ता सुधीर शर्मा ने कलेक्टर श्री शुक्ला से मांग की है कि लॉकडाउन खोलने को लेकर नई गाइडलाइन बनाई जाए उसमें यह व्यवस्था की जाय कि जिसे भी किराने की सामग्री चाहिए वह दुकानदार को फोन कर दे या व्हाट्सएप पर अपनी सूची भेज दे जिससे किराने की सामग्री हर दुकानदार, घर पहुंच सेवा (होम डिलीवरी) के माध्यम से लोगों के घर पहुंचा दे । किराना व्यापारी भी ऐसी ही व्यवस्था चाहते हैं जिससे उनका व्यापार भी चलता रहे और आर्थिक नुकसान भी नहीं हो वही अभी देखने में आया है कि दुकानें बंद होने से मनमाने दामों पर सामान बेचे जा रहे हैं कालाबाजारी और दाम वृद्धि लगातार बढ़ती चली जा रही है। साथ ही हमारा अनुरोध है की गरीब बस्तियों में ऐसी व्यवस्था की जाए कि ठेले गाड़ी पर किराने के सामान बेचने की व्यवस्था प्रशासन व्यापारियों से बात कर करे जो दुकानदार किराना सामान बेचना चाहे उन्हें अनुमति दी जाए जो निर्धारित समय पर इन बस्तियों में किराने की सामग्री का विक्रय करें । शासन द्वारा खाद्य सामग्री के अंतर्गत बड़ी संख्या में लोगों को राशन की दुकान से गेहूं दिए जा रहे हैं लेकिन आज उनके सामने सबसे बड़ी समस्या है उन्हें पीसवाने की इस संदर्भ में भी प्रशासन निर्णय ले और चक्कियों को खोलने का भी एक समय निर्धारित कर दें जिससे कि लोग अपना अनाज वहां पिसवा सके क्राइसिस कमेटी निर्णय तो लेती है लेकिन अधिकांश निर्णय ऐसे होते हैं जो आम नागरिकों के हित में नहीं होते हैं। कांग्रेस ने मांग की है कि निर्णय ऐसे लिए जाना चाहिए जिससे आम नागरिकों को कठिनाई का सामना नहीं करना पड़े और उन्हें आवश्यक चीजें समय पर आसानी से उपलब्ध हो सके । सुचारू रूप से व्यवस्था होगी तो लोग सड़कों पर नहीं निकलेंगे और कोरोनावायरस को रोकने में हमारी कोशिशें सफल होगी ।