गैर अधिमान्यता पत्रकारो को भी फ्रंट लाइन वर्कर (कोरोनायोद्धा) माना जाए।
कन्नौद, देवास मध्य प्रदेश श्रम जीवी पत्रकार संघ कन्नौद ने मुख्य मंत्री व राज्यपाल के नाम तहसीलदार नागेश्वर प्रसाद को ज्ञापन सोपा। ज्ञापन का वाचन संभागीय उपाध्यक्ष विनोद जी भूतड़ा ने किया, जिसमे बताया की श्रमजीवी पत्रकार संघ की कई मांगे शासन स्तर पर आज तक अधुरी है जिसे संज्ञान में लेकर पूर्ण करना चाहिए। ज्ञापन का वचन करते हुए बताया कि पत्रकार सुरक्षा कानून बनाने की मांग कई वर्षों से की जा रही है लेकिन केन्द्र ओर राज्य सरकार ने आज तक ध्यान नही दिया, इसकी वजह से असामाजिक तत्व पत्रकारो के साथ प्रताडना, मारपीट, व हत्या जैसी घटनाए दिन ब दिन बढ़ती जा एहि है। वही पत्रकारो को पेन्शन देने के मामले मे भी आज तक प्रदेश मे कोई पहल नही की गई।
जबकि मध्यप्रदेश को छोड़कर अन्य राज्य जैसे राजस्थान मे पत्रकारो को पेशंन दी जा रही है। राजस्थान की तर्ज पर मध्यप्रदेश में भी पत्रकारो को पेशंन दी जाए। कोरोना वायरस महामारी के दौर में आज पत्रकार अपनी जान हथेली पर रख कर नब्ज़ कवर करता है, ओर उस वह जमीनी स्तर से प्रदेश स्तर तक कि रिपोर्ट जनता व शासन प्रशासन तक पहुचाता है, ओर वही खबर शासन प्रशासन व आम जनता अपने घर के अंदर बेठ कर टीवी और समाचार पत्रों में पढ़ता है। कोरोना महामारी के चलते जनता कर्फ्यू मे प्रशासन तथा सरकार के साथ जनहित के कार्य करने वाले गैर अधिमान्यता पत्रकार कोरोना से मौत का शिकार होने पर उन्हें फ्रंट लाइन वर्कर, कोरोना योद्धा माना जाए एवं सुविधा दी जाए।
इस प्रकार एक पत्रकार अपनी जान जोखिम में डालकर सरकार और जनता के बीच सेतु का कार्य करने वाले पत्रकारो की कई मांगे लम्बित है उनको शीघ्र पूर्ण किया जाए। इस दौरान संभगीय उपाध्यक्ष विनोद भूतडा, जिला उपाध्यक्ष मेहबूब खान,
ब्लाक अध्यक्ष ओमप्रकाश परमार,
चंचल भारतीय, राकेश अजमेरा, आदित्य श्रोत्रीय, अतुल गुप्ता, आदि पत्रकार मोजूद थे।
चंचल भारतीय✍️