देवास। संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के प्रदेश आह्वान पर जिले के समस्त संविदा कर्मचारियों ने अनोखे रूप से मांगे पूरी नही होने पर विरोध प्रदर्शन कर इच्छामृत्यु की मांग की। जिलाध्यक्ष राजेश गुर्जर ने बताया कि मांगे पूरी नही होने पर सोमवार को संविदा चिकित्सक, नर्स, फार्मासिस्ट, लैब टेक्नीशियन, एएनएम, प्रबन्धन इकाइयां, ऑपरेटर, आयुष, एड्स, टीबी परियोजना के समस्त कर्मचारियों ने कार्यस्थल पर बैनर पोस्टर व पोस्टकार्ड पर लिखकर सरकार से इच्छामृत्यु की मांग की। यह सभी पोस्टकार्ड राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री को भेजे जायेंगे। संविदा कर्मचारियों की मांग है कि शासन ने नियमित करने एवं 90 प्रतिशत वेतनमान देने का हमारा आवेदन आजतक स्वीकार नही किया, जिसे समय रहते पूरा किया जाए। कोविड 19 में ड्यूटी के दौरान 6 संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों की हुई आकस्मिक मृत्यु, स्वास्थ्य विभाग और प्रदेश सरकार द्वारा किसी भी शहीद कोरोना योद्धा के परिवार को 50 लाख रुपये व अनुकम्पा नियुक्ति नहीं दी गई। कोविड 19 कल्याण योजना से भी संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी वंचित है। कर्मचारियों को 10,000/- की अतिरिक्त प्रोत्साहन राशि भी नही दी जा रही है। निष्कासित संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों की बहाली करे, सपोर्टिंग स्टाफ का एनएचएम में वापसी हो। बिना बीमा, पेंशन, अनुकम्पा, सामाजिक सुरक्षा, मंहगाई, दैनिक भत्ते और नियमित की तुलना में आधे वेतन पर सरकार कर्मचारियों से काम ले रही है। कोरोना से दिनरात जंग लड़ रहे प्रदेशभर के 19000 संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी की मांगे पूरी करे या फिर इच्छामृत्यु की अनुमति प्रदान करे, जिससे हमेें संविदा से मुक्ति मिल सके।
