हरियाली अमावस्या पर नर्मदा के चारो और वनस्पति का अद्भुत नजारा, नर्मदा के ब्रिज पर खडे होकर राहगीरों ने प्राकृति सौंदर्य का लिया आनंद
नेमावर/खातेगांव(अनिल उपाध्याय) – श्रावण मास की हरियाली अमावस्या पर रविवार अलसुबह से ही नर्मदा के घाटों पर श्रृद्धालुओं का हुजूम उमडा।श्रृद्धालुओं ने मां नर्मदा के शीतल जल मे आस्था की डुबकी लगाई। तद्पश्चात दरिद्र नारयाणो को दान पुण्य किया। इसके बाद श्रृद्धालुओं ने भगवान सिध्दनाथ का नर्मदा के जल से अभिषेक कर बिल पत्र अर्पण किया।हालांकि सुबह आठ बजे से तेज और रिमझिम बारिश मे भी श्रृद्धालुओं का स्नान अनवरत रूप से जारी रहा।
पुलिस प्रशासन, नगर परिषद के अधिकारी सहित अमला घाटों पर मुस्तैद रहा ताकि कोई अप्रिय घटना घटित ना हो।
तेज और रिमझिम बारिश पर श्रृद्धालुओं की आस्था भारी
हालांकि सुबह आठ बजे से तेज और रिमझिम बारिश मे सिध्दनाथ और नागर घाटों पर श्रृद्धालुओं का स्नान अनवरत रूप से जारी रहा। लगभग 5 घंटों की तेज रिमझिम बारिश पर श्रृद्धालुओं की आस्था भारी रही।
नर्मदा का जल स्तर अधिक होने के कारण प्रशासन रहा अलर्ट
नर्मदा का जल स्तर अधिक होने के कारण प्रशासन ने घाटो के किनारे नाव की परिसीमन कर सैनिकों और स्थानीय नाविको को तैनात किया। ताकि श्रृद्धालु गहरे पानी मे ना जा सकें।
श्रावण मास मे हरियाली अमावस्या का क्यों हैं विशेष महत्व
दरअसल श्रावण मास की हरियाली अमावस्या का विशेष महत्व रहता हैं। दरिद्र नारयाणों को दान पुण्य करने और पौधारोपण करने से विशेष पुण्य मिलता हैं।अमावस्या पर प्रकृति का अद्भुत नजारा और नर्मदा के चारो और फैली हरियाली सभी को अपनी और आकर्षित करती हैं।
नर्मदा ब्रीज से राहगीरों ने प्रकृतिक सौंदर्य का लिया आनंद
दरअसल श्रावण मास और बारिश के समय नर्मदा के किनारे हरियाली और प्राकृति का अद्भुत दृश्य ब्रीज से गुजरने वालों को राहगीरों को अपनी और आकर्षित करता हैं। राहगीर कुछ समय यहां रूककर प्रकृति के अद्भुत नजारे का आनंद लेता हैं।
टी पाइंट पर हादसे की आशंका
NH 59 A नेमावर बायपास टी पाइंट पर वाहनों का आवागमन जारी रहता हैं। नगर के लोगों का कहना हैं की अमावस्या सहित अन्य पर्व पर यहा वाहनों के कारण जाम की स्थिति भी निर्मित हो जाती हैं। टी पाइंट पर जो रेलिंग लगी हैं वे भी गत वर्ष की बाढ मे क्षतिग्रस्त हो गई हैं।गत दिनों ट्रक के कारण टी पाइंट पर बडा हादसा टल गया। लेकिन ट्रक ने टी पाइंट पर लगे बिजली के पोल और वहा रखी गुमटी को अपनी चपेट मे ले लिया। गनीमत रही की कोई बडा हादसा नहीं हुआ। लोगों का कहना हैं की सबंधित विभाग इस और ध्यान नहीं देता हैं। वही प्रशासनिक नुमाइंदे और जन प्रतिनिधि भी इस और देखकर अनदेखी कर देते है।