बागली (सुनील योगी)। क्षेत्र में आए दिन नाबालिक अपराधिक घटनाएं घटने से कई बार अराजक स्थिति उत्पन्न हो जाती है विशेषकर ग्रामीण अंचल क्षेत्र में किशोरावस्था के लड़के लड़कियों के घर से बगैर बताए चले जाने पर बड़ी आक्रोश जैसी स्थिति हो जाती है संबंधित परिवार गुमशुदगी लेकर संबंधित थाने पर पहुंचते हैं और खोजबीन का माहौल शुरू हो जाता है इसके पीछे मुख्य कारण सोशल मीडिया पर कनेक्टिविटी प्रमुख है इसके जरिए किशोरावस्था के बालक बालिका संवाद बनाकर प्लान बना लेते हैं विगत कुछ दिनों से बागली क्षेत्र में लड़कियों के घर से बगैर बताए जाने की घटनाओं में बढ़ोतरी हुई हालांकि अधिकतर मामलों में पुलिस की सक्रियता एवं रिश्तेदारों के संपर्क सूत्रों से किशोरावस्था की लड़कियां परिजनों के बीच पहुंच गई इसी बात को लेकर बागली नवागत थाना प्रभारी सुनीता कटारा एवं उनके साथ महिला आरक्षक तथा पुलिस संस्था से जुड़े एसआई प्रधान आरक्षक रोहित पारस आरक्षक आदि ग्रामीण अंचल क्षेत्रों में जाकर कार्यशाला आयोजित कर रहे हैं जहां किशोर बालक बालिकाओं को समझाइश देते हुए कह रहे हैं कि अनजान व्यक्तियों पर निगाह रखें बाहर से आए सगे संबंधी पर निगाह रखें विशेषकर लड़कियों के माता पिता ऐसे मामलों में बच्चियों से बार-बार बातचीत करते रहे गुड टच बैड टच के विषय में लड़कियों से भी संवाद बनाया गलत इशारे एवं गलत तरीके से हाथ लगाने की अवस्था को तुरंत माता-पिता को बताने को कहा सुनीता कटारा ने बताया कि अधिकतर मामलों में नजदीकी सगे संबंधी लिप्त रहते हैं कुछ घटनाएं शर्म के चलते बताई नहीं जाती लेकिन मानसिक पीड़ा का कारण रहती है और आत्महत्या जैसी घटनाएं बढ़ जाती है किशोरावस्था के लड़के एवं लड़कियों को भी सलाह दी कि कोई भी गतिविधि देखते हैं तो बड़े बुजुर्गों को जरूर जानकारी दें गलत काम में सहयोग देने वाला भी अपराधी रहता है! इसलिए जानकारी हो तो पुलिस को बताने में डरे नहीं यही कार्यशाला बागली मुख्यालय से 8 किलोमीटर दूर धावड़िया ग्राम पंचायत के चौपाल(कामठ) स्थान पर दी गई कार्यशाला में पूर्व सरपंच सुखराम बुद्धड, केकू नाहर सिंह, रुमाल सिंह, फूल सिंह, प्रेम सिंह, देवका बाई, आशा कार्यकर्ता आंगनवाड़ी कार्यकर्ता आदि उपस्थित रहे!














