किसान सोयाबीन फसल की देखभाल करते रहे लापरवाही ना करें

बागली (सुनील योगी) वर्तमान में अधिकतर किसानों की सोयाबीन फसल 5से 7 सप्ताह की हो चुकी है लगभग 40 दिन से अधिक जिन किसानों के यहां सोयाबीन पौधे में फूल एवं फली आने लगे हो तो कोई बात नहीं लेकिन शिकायत आई है कि कुछ किसानों के यहां अभी तक फूल नहीं उतरे हैं ऐसे किसान पौधे की अधिक बढ़वार एवं पत्तों की अधिक बढ़ोतरी को रोकने के उपाय करें ऐसी अवस्था सोयाबीन में फसलअफलन स्थिति बना सकती है!

पौधे की हाइट 3 फीट से अधिक नहीं होना चाहिए पौधे का क्षेत्रफल भी 1 स्क्वायर फिट होना चाहिए उससे अधिक होना बगैर फल के चिंताजनक है कृषि विज्ञान केंद्र देवास के वरिष्ठ वैज्ञानिक अशोक कुमार दीक्षित ने बताया कि ऐसी स्थिति की शिकायत बहुत कम आ रही है फिर भी अफलन स्थिति बनती है तो समय रहते सोयाबीन फसल खेतों में लियोसिन का उपयोग करें प्रति टंकी 150ml से 200ml तक 250 लीटर पानी में उपयोग करें वर्तमान समय में सोयाबीन में अंदर जाकर फसल का निरीक्षण करें

सेवानिवृत्त कृषि विस्तार अधिकारी एवं किसान सुरेंद्र सिंह उदावत ने बताया कि जल्दी आने वाली वैरायटी फसलों में फूल एवं फली आना शुरू हो गए हैं लेट वैरायटी में अभी स्थिति भिन्न है फिर भी अप्रत्याशित बढ़ोतरी से किसान उस स्थिति में ही खुश होवे जब उसमें फूल एवं फली उतरने लग गई हो वरना उस पौधे की देखभाल के लिए उचित ट्रीटमेंट अवश्य करें यदि पौधे एवं पत्ते की बढ़ोतरी बहुत अधिक हो रही है तो वह नुकसानदायक है ऐसी स्थिति से उत्पादन में कमी आती है पौधा 1 फीट से डेढ़ फीट तक का रहेगा तो स्वस्थ उत्पादन देगा बागली क्षेत्र में इस बार सोयाबीन बीज की कीमत अधिक होने से मक्का फसल का रकबा बढ़ा है वर्तमान में मक्का फसल सभी की बेहतर ग्रोथ कर रही है बागली पुलिस अनुविभागीय अधिकारी जो विगत कई वर्षों से वैदिक कृषि पर किसानों को संदेश देते आ रहे हैं उनका कहना है कि गोमूत्र के स्प्रे से आफलन स्थिति नियंत्रित हो सकती है प्रति टंकी 100ml से 200ml गोमूत्र स्प्रे फसलों के लिए लाभदायक होगा चाहे मक्का फसल हो उड़द फसल हो या सोयाबीन फसल मूंगफली में भी गोमूत्र स्प्रे कारगर है!