देवास। रविवार को नगर पालिका निगम के एक कर्मचारी ने अपने ही घर में फाँसी लगाकर आत्महत्या कर ली जिसकी सुचना के बाद पुलिस ने मार्च कायम कर जाँच शुरू कर दी।
दरसल निगम के एक कर्मचारी जसवंत सिंह पुत्र गुलाब सिंह झाला ने रविवार को घर पर फांसी लगाकर जान दे दी। मृतक व्यक्ति नगर निगम में पेंशन विभाग में कार्यरत कर्मचारी था। जाँच के दौरान पुलिस को घर से एक सुसाइड नोट मिला है। सुसाइड नोट में उनके बच्चों को नौकरी के देने की बात कही गई है। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पीएम के लिए जिला अस्पताल भेजा। पुलिस मामले में आत्महत्या के कारणों के खुलासे में लगी है। शव का पोस्ट मॉडम जिला अस्पताल में किया गया। घटना के वक्त जसवंत घर पर अकेले थे,जसवंत ने दो दिन पहले दोनों बेटों और पत्नी को सांवरिया सेठ दर्शन के लिए भेज दिया था। उन्होंने दो गमछा को बांधकर पंखे से फांसी लगाई। पुलिस अभी आत्महत्या के कारणों को खोजने में जुटी है।
• बैर से बैर शांत नहीं होता जबकि प्रेम से प्रेम बढ़ जाता है, क्षमा कायरो का नहीं शूरवीरो का आभूषण है, पर्युषण का प्राण तत्व ही है क्षमा- गौरांग भाई

देवास। पर्युषण के अंतर्गत ग्यारह वार्षिक कर्तव्यो का भी उल्लेख आता है । वर्षभर में इन्हे भी हमें पूर्ण करना चाहिए। ये कर्तव्य है- संघ पूजन, साधर्मिक भक्ति, तीर्थ यात्रा, स्नात्र महोत्सव, देवद्रव्य वृद्धि, महापूजा, रात्रि जागरण, श्रुत पूजा, उद्यापन, तीर्थ प्रभावना, आलोचना प्रायश्चित। पर्वाधिराज पर्युषण हमारे जीवन का प्राण है, शुद्धि का सुत्र है, हृदय का हार है। पर्युषण का दूसरा नाम क्षमापना पर्व भी है। क्षमापना है तो ही पर्युषण की सार्थकता है। मिच्छामि-दुक्कड़म कहकर हम क्षमापना करते है। मिच्छा का अर्थ है मिथ्या, दुक्कड़म का अर्थ नष्ट होना है। मेरे जीवन की सभी मिथ्या भाव समाप्त हो जाए यहीं क्षमापना की शुद्ध भावना है। शास्त्रो ने भी कहा है बैर थी बैर शमें नही जगमॉ, प्रेम थी प्रेम बधे आलम मां । बैर से बैर को शांत नहीं कर सकते, लेकिन प्रेम को प्रेम से बहु गुणित कर सकते है। जलन, क्षमा के जल से ही शांत हो सकती है।
श्री शंखेश्वर पार्श्वनाथ मंदिर में पर्युषण महापर्व के तीसरे दिन विशाल धर्मसभा में पंडित गौरांग भाई ने यह बात कही। आपने कहा कि प्रभु का दास कभी उदास नहीं होता है। क्षमा मांगना सरल है लेकिन क्षमा करना अत्यंत दुष्कर कार्य है। इसीलिए तो क्षमा को वीरो का आभुषण माना गया है, कायरो का नहीं। जिसके मन में उदारता, विशालता, गंभीरता होती है वहीं क्षमा कर सकता है। आप जीवन में किसी से भी लड़ झगड़ लो लेकिन शत्रुता की गांठ कभी मत बांधना । क्योकि उसके बाद सुलह सारे रास्ते भी बंद हो जाते है और यह गांठ जन्म-जन्मांतर तक शत्रुता के रूप में बनी रहेगी। क्षमा पांच प्रकार की होती है- उपकार क्षमा याने अपने उपकारी की गलतियो को क्षमा करना। अपकार क्षमा याने जिसने हमें सदैव तकलीफ दी हो उसे भी क्षमा करना। विपाक क्षमा याने क्रोध के दुष्परिणाम को जानकर क्षमा करना। वचन क्षमा याने परमात्मा के वचन को याद करके क्षमा करना । धर्मक्षमा याने जिस व्यक्ति का स्वभाव ही क्षमापूर्ण रहता है। वह सदैव क्षमा को धर्म के रूप में ही धारण कर लेता है। आग को खत्म करने के लिये पेट्रोल का नहीं ठंडे जल का उपयोग करने में ही बुद्धिमानी है। क्रोध की कालिमा को हटाकर क्षमा की सहजता-सरलता तथा सरसता को ही दिल दिमाग में उतारकर शांति का शंखनाद करना चाहिये।
• बारीश की बूंदों के बीच बालगढ़ में सजा खाटू श्याम का दरबार, कीर्तन में देर रात तक झूमे भक्त

देवास। श्री नवदुर्गा सरकार द्वारा श्री नवदुर्गा मंदिर बालगढ़ में बारीश की बूंदो के बीच खाटू श्याम बाबा का दरबार सजाया गया। राहुल भाटी ने बताया कि बाबा का भव्य श्रृंगार कर आकर्षक फूल बंगला सजाया गया एवं पवित्र ज्योत प्रज्जवलित कर बाबा को छप्पन भोग लगाया गया। रात्रि 8 बजे से कीर्तन प्रारंभ हुआ, जिसमें सुप्रसिद्ध भजन गायक नितेश जायसवाल एवं मंदसौर की भजन गायिका अधिष्ठा एवं अनुष्ठा भटनागर ने सुमधुर भजनों की प्रस्तुति दी। जिस पर भक्तजन देर रात्रि तक झूमते रहे। भजनों व सुंदर भजनों के बीच इत्र एवं पुष्प वर्षा भी कई जो कि पूरे आयोजन के दौरान आकर्षण का केन्द्र बनी रही। कीर्तन में नगर सहित आसपास से सैकड़ों श्याम प्रेमी पहुंचे। बारीश की बूंदों के बीच भक्तजनों की आस्था कम नही हुई और भजनों पर श्याम प्रेमी झूमते रहे। अंत में महाआरती के साथ महाप्रसादी का वितरण किया गया। समिति ने सफल आयोजन पर भक्तजनों का आभार माना।
• मंदिर में एक की माह में तीन बार चोरी

देवास। चोरों के हौंसले इतने बुलंद हो गए है कि वे अब पॉश कालोनी के बीचों-बीच बने मंदिरों में चोरी की वारदात को अंजाम दे रहे है। इतना ही नहीं विश्राम बाग के एक मंदिर में तो बदमाशों ने एक ही माह में तीन बार चोरी की वारदात को अंजाम दिया है और तीनों ही घटनाओं की जानकारी बीएनपी थाना पुलिस को दी गई, किंतु अभी तक पुलिस चोरों का पता लगाने में सफल नहीं हो सकी है। मंदिर समिति के जुड़े अजयसिंह खिंची ने बताया कि विश्राम बाग राधागंज में स्थित हनुमान मंदिर का ताला तोड़कर अज्ञात बदमाश तीन बार चोरी की वारदात कर चुके है, जिसमें वे मंदिर की घंटी, हनुमानजी का गदा चुरा ले गए है। इन घटनाओं को लेकर बीएनपी थाना प्रभारी मुकेश इजारदार को मंदिर समिति के सदस्यों ने अवगत कराया है और चोरों को शीघ्र पकडऩे की मांग की है।
• जिले में नेशनल लोक अदालत 11 सितम्बर को
देवास। जिलेभर में दिनांक 11 सितम्बर 2021 शनिवार को समस्त न्यायालयों में वृहद स्तर पर ’नेशनल लोक अदालत’ का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें समझौता योग्य आपराधिक, सिविल, पारिवारिक विवाद, घरेलू हिंसा अधिनियम, भरण-पोषण मामले, विद्युत चोरी प्रकरण, चैक बाउन्स, बैंक रिकवरी, श्रम मामले, मोटर दुर्घटना दावा प्रकरण, भू-अर्जन, नगर निगम के जलकर एवं संपत्तिकर, बीएसएनएल प्रकरण आदि विषयक प्रकरणों का निराकरण किया जायेगा।
नेशनल लोक अदालत में दीवानी एवं चैक अनादरण से संबंधित प्रकरणों में न्यायशुल्क की राशि की वापसी होती है। नेशनल लोक अदालत में प्रकरणों का निराकरण कराने पर विद्युत अधिनियम 2003 की धारा 126, 135 एवं 138 के अंतर्गत लंबित प्रकरणों एवं प्रिलिटिगेशन प्रकरणों, नगर निगम के जलकर एवं संपत्तिकर के प्रिलिटिगेशन प्रकरणों एवं बैंक रिकवरी के प्रिलिटिगेशन प्रकरणों में संबंधित विभागों द्वारा नियमानुसार विशेष छूट दी जाएगी।
• नेशनल लोक अदालत पश्चात बकाया करदाताओ से कुर्की के माध्यम से की जावेगी वसुली
देवास। शासन निर्देशानुसार नगर निगम द्वारा 31 अगस्त तक बकाया करो पर लगने वाले अधिभार (सरचार्ज) मे छूट प्रदान की गई थी। करदाताओ द्वारा अपने करो का भुगतान कर अधिभार (सरचार्ज) मे छूट का लाभ लिया गया। इसी प्रकार आगामी 11 सितंबर को आयोजित होने वाली नेशनल लोक अदालत मे निगम संबंधी बकाया करदाताओ के करो को जमा कराने को दृष्टिगत रखते हुये नगर निगम आयुक्त विशालसिह चौहान द्वारा निगम कक्ष मे बैठक आहूत की गई। आयुक्त द्वारा बकायादारो की जानकारी व बिलो की तामिली की समीक्षा कर करदाताओ से दूरभाष के माध्यम से सतत सम्पर्क कर उनसे लोक अदालत के दिवस करो पर लगने वाले सरचार्ज मे छूट के साथ करो की वसुली कराने के निर्देश निगम अपर आयुक्त आर.पी. श्रीवास्तव, राजस्व अधिकारी प्रदीप शास्त्री, प्रवीण पाठक को दिये गये तथा बकायादारो को प्राप्त बिलो की तामिलि की प्रतिदिन दूरभाष के माध्यम से वार्डवाईज जानकारी लिये जाने के निर्देश राजस्व अधिकारी श्री शास्त्री को दिये। जिन वार्डो से वसुली लक्ष्यानुरूप नही आने एवं बकाया संपत्तिकर एवं जलकर एवं निगम स्वामित्व की दुकान किराया के करदाताओ द्वारा अपने करो का भुगतान लोक अदालत दिवस पर जमा नही किये जाने पर उसकी भी जानकारी लोक अदालत पश्चात तत्काल ली जावेगी साथ ही ऐसे बकायादारो पर नियमानुसार कुर्की की कार्यवाही कर बकाया करो की वसुली की जावेगी। ऐसे उद्योग जिनके द्वारा बकाया करो का भुगतान नही किया है, उन उद्योगो को भी बिल तामिल किये जाने के साथ ही नेशनल लोक अदालत मे इन उद्योगो के द्वारा करो का भुगतान नही किया जाता है तो लोक अदालत पश्चात कुर्की की कार्यवाही प्रस्तावित किये जाने के निर्देश अपर आयुक्त श्री श्रीवास्तव, राजस्व अधिकारी श्री पाठक को दिये गये।















