दोपहर युद्धक विमान राफेल अम्बाला एयरपोर्ट पर पहुँचा। एयरपोर्ट सहित आसपास के इलाकों में धारा 144 लागू कर दी गई है। राफेल विमानों की लैंडिंग के वक्त लोगों के छतों पर चढ़ने और सेल्फी लेने पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है। अंबाला में ही राफेल फाइटर जेट्स की पहली स्क्वॉड्रन तैनात होगी। उधर राफेल के भारत पर अम्बाला के अलावा देश के कई शहरों में भी स्वागत के लिए पूजा-हवन किया गया। बेहद शक्तिशाली इन विमानों में 3 तरह की मिसाइलें तैनात की जा सकती हैं।
वायुसेना चीफ ने करा स्वागत
अम्बाला एयरपोर्ट पर विमान राफेल के स्वागत की अभूतपूर्व तैयारी की गई है। यहां विमान की विधि विधान से पूजा की गई। विमान के स्वागत के लिए वायुसेना चीफ धनोआ भी उपस्थित रहेंगे। भारत ने 36 राफेल विमानों का करार किया है। अगले एक साल में 5 और विमान मिल जाएंगे।
अम्बाला एयरबेस से पाक-चीन को एक साथ किया जा सकता है टारगेट
भारतीय वायुसेना ने राफेल को लैंड कराए जाने के लिए अम्बाला एयरबेस इसलिए चुना कि यहां से पाकिस्तान और चीन की सीमा 300 किलोमीटर के दायरे में है। पाकिस्तान सीमा यहां से 200 किलोमीटर, जबकि लेह की दूरी 300 किलोमीटर है। युद्ध की स्थिति में राफेल से तत्काल कार्रवाई होती है।,