देवास। जिले के ग्राम घुसट में 5 वर्ष से अधिक समय से चल रहे आशालय बॉयज एंड गर्ल्स हॉस्टल नाम का एक अवैध बालगृह का मामला उजागर हुआ है। इस अवैध बालगृह में हिंदू बच्चो से ईसाई धर्म की प्रार्थना कराई जाती थी।
जानकारी मिलने पर राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष प्रियांक कानूनगो ने टीम के साथ बालगृह का निरक्षण किया तो मामले का खुलासा हुआ। जानकारी मिलने पर राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के लिए 0 से 18 वर्ष आयु वर्ग के सभी बच्चों की सुरक्षा समान महत्व रखती है।
इस अवैध बालगृह को विदेश से भी फंडिंग होने के प्रमाण राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग को अपनी जांच में मिले है। जानकारी अनुसार बालगृह में 55 लड़के और 13 लड़किया मिले है।
आयोग ने प्रदेश के मुख्य सचिव वीरा राणा को पत्र लिखकर 10 दिन में उत्तर देने के लिए कहा है। आशंका हैं की देवास जिला एवं आसपास के आदिवासी क्षेत्र में और भी इस प्रकार के बालगृह संचालित किए जा रहे है।