नवरात्रि के दौरान रहेगी आकर्षण का केन्द्र
देवास। माँ शारदीय नवरात्रि पर्व शुरू होने में कुछ ही दिन शेष है। शहरभर में कई स्थानों पर नवदुर्गा की विधिवत रूप से स्थापना की जाएगी एवं नवरात्रि महापर्व भव्य रूप से मनाया जाएगा। इसी कड़ी में माँ चामुण्डेश्वरी नवदुर्गा उत्सव समिति द्वारा प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी नवरात्रि पर्व हर्षोल्लास व पारम्परिक रूप से मनाया जाएगा। समिति के वरिष्ठ सदस्य ओमप्रकाश खत्री एवं हेमराज ईटोरिया ने बताया कि वार्ड क्रं. 25 पंचशील नगर में स्थित उद्यान में स्थापित होने वाली नवदुर्गा की प्रतिमा इस वर्ष आकर्षण का केन्द्र रहेगी। 12 फीट ऊंची आदियोगी शिव की भव्य प्रतिमा के साथ मातारानी के नौ रूपों की प्रतिमा स्थापित होने जा रही है। नागेश्वर मूर्ति कला केन्द्र कोलकाता व देवास के कलाकार उज्जैन रोड पर विगत 20 दिनों से प्रतिमा को तैयार करने में जुटे है। वन मण्डल रोड से आकर्षक द्वार तैयार कर पंचशील नगर उद्यान तक आकर्षक विद्युत साज सज्जा की जा रही है। समिति द्वारा 15 अक्टूबर को विधिवत रूप से मातारानी की स्थापना कर प्राकट्य महोत्सव शाम 7 बजे मनाया जाएगा। इसी कड़ी में प्रतिदिन शाम 7.30 बजे संगीतमय महाआरती के साथ प्रसादी का वितरण किया जाएगा। स्थानीय बालिकाओं, बच्चों व महिलाओं द्वारा आकर्षक वेशभूषा में रंगारंग ओपन गरबे की प्रस्तुतियां दी जाएगी, जो कि आकर्षण का केन्द्र रहेगी। समिति द्वारा हर वर्ष मातारानी के अलग-अलग रूपो से सजी प्रतिमा स्थापित की जाकर आराधना की जाती है। देशभर से श्रद्धालु माता के नौ रूपों का दर्शन करने पंचशील नगर पहुंचते है। समिति द्वारा विभिन्न धार्मिक एवं सांस्कृतिक आयोजन भी पांडाल पर प्रतिदिन किए जायेंगे। 21 अक्टूबर सप्तमी के दिन सिविल लाईन चौराहे पर विशाल भण्डारा आयोजित होगा। 24 अक्टूबर को दशहरे पर शाम 6 बजे से भंडारा प्रारंभ होगा। इसी बीच रात्रि 9 बजे आकर्षक अभिमानी रावण का दहन किया जाकर नवरात्रि महोत्सव की पूर्णाहूति होगी। आदियोगी शिव से सजी मातारानी की भव्य प्रतिमा को 25 अक्टूबर को ग्यारस पर नवदुर्गा चल समारोह में ढोल-ढमाके के साथ शामिल किया जाएगा। समिति ने समस्त श्रद्धालु जनों दर्शन लाभ लेकर भंडारा प्रसादी व रावण दहन आयोजन को सफल बनाने की अपील की है।