- राज्य शासन का आदेश अनुसार क्या निगम धार्मिक स्थल के सामने बने मटन मार्केट को कराएगा बंद?
- निगम द्वारा शहर के बीचोबीच मांस विक्रय मार्केट(मटन मार्केट) का निर्माण (नवीनीकरण) कराना भी नियम विरुद्ध : शिवसेना
देवास। प्रदेश के नवागत मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने अपनी पहली ही केबिनेट बैठक लेकर बड़े निर्णय लिए जिसमे एक निर्णय अवैध मांस-मछली क्रय-विक्रय पर प्रतिबंध का अभियान भी बड़ा निर्णय है।
खुले में बिक रहे मांस और मछली को लेकर मुख्यमंत्री ने आदेश दिए जिसके बाद आज देवास नगर निगम ने खुले में बिक्री कर रहे व्यापारियों पर फिर से एक बार कार्यवाही करने पर मजबूर होना पड़ा। निगम ने चिकन मटन की दुकानो पर मटन जप्त कर नष्ट किया तथा चालानी कार्यवाही की।
शासन के निर्देशो के पालन मे महापौर श्रीमती गीता दुर्गेश् अग्रवाल के द्वारा आयुक्त रजनीश कसेरा को निगम सीमा क्षेत्र की चिकन मटन की खुले मे बिक्री करने वाले व्यवसाईयो पर सख्त कार्यवाही किये जाने जाने के निर्देश दिये गये। जिसके अन्तर्गत गुरूवार को निगम की टीम द्वार शुक्रवारिया हाट के ईदगाह रोड स्थित रईस मुबारिक, शारीक, शब्बीर, अमजद शेख, अकरम शेख की दुकान पर चिकन का मटन जप्त किया। इन्दौर रोड स्थित राजा टावर के सामने दरबार वेज एण्ड नानवेज रेस्टोरेंट पर चिकन का मटन, बावडिया स्थित अरसान की दुकान से चिकन का मटन, इन दुकानो से लगभग 35 किलो चिकन का मटन जप्त किया जाकर फिनाईल से विनिष्टीकरण किया गया एवं नगर पालिका अधिनियम 1956 की धारा 253, 254, 255 के अन्तर्गत रूपये 8 हजार की चालानी की कार्यवाही भी की गई साथ ही अवैध रूप से संचालित की जा रही दुकानों को बंद करवाया गया तथा अण्डे की रेहडी वाले दुकानदारो को भी समझाईश दी गई की वे मुख्य मार्गो पर खडे न रहें।
नगर में पिछले दिनों खुले में बिक रहे मांस और मछली को लेकर बड़ा हंगामा हुआ था। कुछ सामाजिक संस्थाएं एवं हिंदू संगठन भी इसके विरोध में प्रदर्शन करते नज़र आई थी। तब सामाजिक संस्थाएं एवं हिंदू संगठन के कुछ लोगो द्वारा नगर निगम के सामने अनशन भी किया था। जिसके बाद समय समय पर आयुक्त, सभापति और महापौर द्वारा इन दुकानों पर कार्रवाई की बात की गई पर पुख्ता और सख्त कार्रवाई होती नज़र नही आई।
महापौर गीता अग्रवाल द्वारा भी बीते अगस्त माह की 9 तारीख को हुई जानसुवाई के दौरान कहा था कि मांस मटन व चिकन की दुकानो के अवैध संचालन को बंद किया जाकर शहर मे नियत स्थान का चयन कर शहर मे चल रहे अवैध रूप से मांस विक्रय को बंद किये जाने हेतु प्राप्त आवेदन पर स्वास्थ्य अधिकारी जितेन्द्र सिसोदिया को सर्वे कर कार्यवाही किये जाने के निर्देश दिये गए है। महापौर ने बताया था की इस संबध मे कलेक्टर द्वारा एक दल गठित किया गया है जो दल सर्वे कर नियमानुसार कार्यवाही करेगें साथ ही यह भी बताया की चिकन मटन विक्रेताओ के लिए शहर मे एक स्थान चयनित कर मांस विक्रेय स्थल व्यवस्था के लिए परिषद मे प्रस्ताव रखा जावेगा। प्रस्ताव पारीत पश्चात मांस विक्रय स्थल का निर्माण किया जावेगा। लेकिन अभी तक कोई कार्यवाही नहीं को गई।
सवाल तो यह भी बड़ा है की राज्य सरकार द्वारा जारी आदेश में कहा गया हैं की धार्मिक स्थल के मुख्य द्वार के सामने और 100 मीटर की दूरी के अंदर मांस मछली के विक्रय पर प्रतिबंध होगा। और देवास में तो वर्तमान में मांस की दुकानों का मुख्य बाजार धार्मिक स्थल के 100 मीटर के अंदर ही होने के साथ धार्मिक स्थल ईदगाह मस्जिद के मुख्य द्वार के सामने ही मटन मार्केट मौजूद है। जिसका नवीनीकरण, दुकानों पर कारवाई करने की बात कहने वाले देवास नगर निगम ही करा रहा है।
शिवसेना जिला अध्यक्ष सुनील वर्मा ने कहा कि देवास में 6 सालों से बिना अनुमति के मटन चिकन और पाड़ा कटाई का कार्य संचालित हो रहा है। शिवसेना व हिंदू संगठनों ने कई बार आंदोलन और धरना प्रदर्शन किया तब जाकर कलेक्टर ऋषभ गुप्ता द्वारा शिवसेना की शिकायत पर जांच कमेटी गठित की गई थी। एसडीएम द्वारा जांच संपूर्ण तैयारी कर ली थी लेकिन फिर राजनीतिक उत्साही लाल के दबाव में उनकी जांच को दबा दिया गया।
शिवसेना जिलाध्यक्ष श्री वर्मा ने शहर के बीच में बना रहे मटन मार्केट पर भी आपत्ति ली है। मुख्यमंत्री के आदेशों को तक में रखते हुए देवास नगर निगम द्वारा धार्मिक स्थलो से 100 मी के दायरे में मटन मार्केट का निर्माण करवा रहा है। जबकि आदेश अनुसार किसी भी धार्मिक स्थल के 100 मी की परिधि से दूर होना चाहिए।
इतना ही नहीं शहर के बीचों-बीच मांस विक्रय मार्केट का निर्माण कराना भी नियम विरुद्ध है । इस मार्केट का शिवसेना ने विरोध किया है, व आपत्ति लेते हुए कहा कि जब मछली मार्केट शहर से बाहर है तो शहर के बीच में इस प्रकार की मार्केट बनाना जनता के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करना जैसा है।
अब देखना यह होगा की शासन के आदेश अनुसार अब इस मटन मार्केट को बंद कराना होगा क्या देवास नगर निगम यह करेगी। क्योंकि अभी तक जितनी भी कारवाई हुई है उसमे मटन मार्केट का कही भी उल्लेख नही किया गया था ना ही वर्तमान में इसका कोई उल्लेख किया जा रहा है।