• एक दुकान पर कार्यवाही कर अन्य को चेतावनी दे कर छोड़ा, आखिर कब होगी ठोस कार्यवाही..?
देवास। शहर के वार्ड क्रमांक 39 में आने वाले क्षेत्र शुक्रवारिया हाट की अंडे व मांस की दुकानों की मांस टुकड़े व अन्य गंदगी को कुत्ते व अन्य जानवर आस पास के धार्मिक स्थानों पर ले जाकर गंदगी फैला रहे है। दुकानों के पास ही हनुमान का मंदिर, जैन मंदिर व सामने ही ईदगाह मस्जिद भी है। आस पास क्षेत्र के रहवासियों ने परेशान होकर की पार्षद बाली घोसी से शिकायत की जिसके बाद पार्षद ने निगम अधिकारियों को फोन लगाकर मौके पर बुलाया और कार्रवाई कराई बताया जा रहा है सिर्फ एक दुकान पर ही कार्यवाही की गई है। बाकी दुकानों को चेतावनी देकर छोड़ दिया गया। सवाल यह है की आखिर नगर निगम गंदगी फैला रहे इन दुकानों पर ठोस कार्यवाही क्यों नही कर रहा है या कर पा रहा है?
पार्षद बाली घोसी का कहना है की दुकान वाले मुर्गी के पिंजरे बाहर रखते है जिससे पर उड़ते है। दुकानों से निकलने वाली गंदगी वेस्ट मटेरियल कुत्ते अपने मुंह में दबाकर आसपास के क्षेत्र में फैला देते है रहवासियों की शिकायत पर मेने संबंधित क्षेत्र अधिकारी को बुलाकर एक दुकान पर चालानी कार्यवाही कर दुकानदारों को चेतावनी दी है कि अपनी-अपनी दुकानों के आगे जाली पिंजरे ना रखें और कांच के अंदर ही मुर्गों और मटन रखें ताकि गंदगी और से बचा जाए। ऐसा ना करने पर कोर्ट चालान होगा।
स्वास्थ्य निरीक्षक भूषण पंवार ने बताया क्षेत्रीय पार्षद बाली घोसी की सूचना पर गंदगी फैला रहे दुकानों पर कार्यवाही को जिसमे एक दुकान पर चालानी कार्यवाही कर अन्य दुकानों को चेतावनी दी गई। की आगे से अगर गंदगी करते है तो जब्ती की कार्यवाही के साथ दुकान सील करेंगे जिसकी सम्पूर्ण जवाबदारी दुकानदार की रहेगी।
पार्षद बाली घोसी ने पूर्व कार्यकाल में भी दुकानों पर कार्यवाही कराई थी लेकिन न तो दुकानदार पर कोई असर हुआ न ही क्षेत्र में गंदगी कम हुई। जब पार्षद का कहना था मेरे द्वारा नगर निगम को एक लेटर दिया गया था की भारत स्वच्छता अभियान के अंतर्गत इन सभी अंडे मांस की अवैध दुकानों को यहां से हटाकर शहर से बाहर एक उचित स्थान पर ले जाया जाए। जिसपर उनकी मांग पर महापौर ने एम आई सी की बैठक में इन दुकानों को शहर और धार्मिक क्षेत्र के आस पास से हटाकर एक उचित स्थान पर स्थानांतरण करने का पारित किया था। पर आखिर इतने वर्ष बीतने के बाद भी इस बात का कोई अंश देखने को नही मिला आखिर ऐसा क्यों।