• कबीरपंथी निर्गुणी भजनों ने बांधा समॉ, फुलों की पंखुडिय़ों के साथ खुब उड़ाया अबीर गुलाल
देवास। शहर में आयोजित बहुचर्चित मोदी परिवार का होली मिलन समारोह मंगलवार को धूमधाम से मनाया गया। समारोह में सम्पूर्ण देवास शाजापुर लोकसभा क्षेत्र से हजारो की संख्या में मोदी के परिजनोंं ने हिस्सा लिया। भाजपा के सांसद प्रत्याशी महेन्द्र सिंह सोलंकी एवं अन्य वरिष्ठ नेताओं द्वारा राधाकृष्ण के चित्र पर माल्यार्पण एवं गुलाल अर्पित करने से प्रारंभ हुए समारोह में जमकर मस्ती और उल्लास का रंग उड़ा। मंच पर देवास शाजापुर लोकसभा से आए भजन गायकों द्वारा कबीरपंथी निर्गुणी भजनो की कर्णप्रिय प्रस्तुतियॉ फागुन आयो रे, म्हारा सतगुरू जी ने रंग बरसायो रे…। मगन हो गई रे मीरा, राम धुन गाई के…। ऐसा ऐसा लगन लगाया म्हारा गुरूजी ने…। म्हारा सतगुरू आंगन आया, मै वारी जाऊं रे…। म्हारो खुल गयो बाजुबंद रंग मत डारे ले…। इस प्रकार के समधुर कबीरपंथी निर्गुणी भजनो एवं ढोल की थाप पर सांसद प्रत्याशी श्री सोलंकी के साथ मोदी जी के छोटे बड़े सभी परिजन केसरिया रंग गुलाल एवं फुल की पंखुडिय़ा उड़ाते हुए खुब थिरके। कार्यक्रम में मोदी परिवार के कई परिजन उपस्थित रहे।
रंगो से उकेरी मोदी जी की रांगोली
देवास शहर में रांगोली मांडने की प्राचीन परम्परा है, होली उत्सव पर जिसे आज भी निभाया जा रहा है। शहर की परम्परा का निर्वहन करते हुए मोदी परिवार के होली मिलन समारोह में राधाकृष्ण के चित्र एवं मंच के समक्ष कलाकार दिव्यानी जोशी द्वारा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मनमोहक रांगोली सजाई।
गरिमामय इस आयोजन में रंगो की मस्ती और उल्लास से नांच गाने के बीच कार्यकर्ताओं द्वारा फिर एक बार, मोदी सरकार, अबकी बार, 400 पार एवं देवास शाजापुर से अबकी बार, 6 लाख पार के नारों से पूरा क्षेत्र गुंजायमान हो गया। केसरिया रंग में रंगे परिजन, मातृशक्ति हर्षोल्लास से मोदी जी की रांगोली, मुखोटे एवं श्री सोलंकी के साथ पूरे समय सेल्पियॉ लेते रहे। प्रात: साढ़े 11 बजे से प्रारंभ होकर होली मिलन समारोह की मस्ती अपरान्ह 4 बजे तक छाई रही।
कांगे्रस ने संत कबीर के अनुयायियों का 70 साल तक किया शोषण
होली उत्सव पर अधिकतर फाग गीत, भजन एवं कविताओं की प्रस्तुतियों से जुड़े कार्यक्रम होते है, लेकिन सबका साथ सबका विकास नारे को सार्थक करते हुए मोदी परिवार के होली मिलन समारोह में कबीर पंथी निर्गुणी भजनो का गायन किया गया। इस विषय में लोकसभा क्षेत्र की प्रचार टोली के पदाधिकारी महेश चौहान, हरिसिंह धनगर ने बताया कि संत कबीरदास जी 15 वीं सदी के भारतीय रहस्यवादी कवि एवं संत थे। भक्तिकाल की निर्गुण शाखा की ज्ञानमार्गी उपशाखा के महानतम कवि थे। मान्यता है कि संत कबीर का सशरीर अवतरण ही तालाब में कमल पर हुआ था। देश में संत कबीर के करोड़ो अनुयायी है। कांग्रेस ने दलित, शोषित एवं गरीबो के उत्थान का ढोंग रचते हुए 70 वर्षो तक संत कबीरदास जी के अनुयानियों का शोषण किया। कांग्रेस ने झुठे वादे कर करके कबीर के अनुयायियों के वोट तो लिये, लेकिन उनके जीवन स्तर को उंचा उठाने के लिये कभी भी अच्छे मन से ठोस प्रयास नहीं किये। केन्द्र में जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा सरकार बनी, तब अपने पहले कार्यकाल में ही मोदी जी ने बनारस के साथ कबीर के निर्वाणधाम मगहर पंहुचकर वहां के विकास का मार्ग प्रशस्त किया और उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मगहर मे करोड़ों के विकास कार्यो को करवा रहे है।