• गत वर्ष देवास ने प्राप्त किया था पहला स्थान
देवास। स्वच्छ वायु सर्वेक्षण-2023 के परिणाम घोषित हो चुके है देवास शहर पांच स्थानों के नुकसान के साथ छठे स्थान पर आया है।
केंद्र सरकार के पर्यावरण, वन व जलवायु मंत्रालय द्वारा 2025-26 तक वायु प्रदूषण 40 प्रतिशत तक कम करने के लिए नेशनल क्लीन एयर प्रोग्राम शुरू किया है। जिसके तहत स्वच्छ वायु सर्वेक्षण कराया जा रहा है। स्वच्छ वायु सर्वेक्षण-2023 में भी आबादी के आधार पर अलग अलग श्रेणी थी। 10 लाख से ज्यादा आबादी वाले शहर, 3 से 10 लाख आबादी वाले शहर, 3 लाख से कम आबादी वाले शहर।
देवास 3 लाख से कम आबादी वाले शहर में शामिल था।
प्रमुख सचिव पर्यावरण श्री गुलशन बामरा ने बताया कि तीन लाख से कम आबादी वाले शहरों में देवास ने 180 अंकों के साथ देश में 6वां स्थान प्राप्त किया है।
गत वर्ष 2022 में देवास ने 200 में से 175.05 अंकों के साथ पहला स्थान प्राप्त किया था। देवास के प्रथम आने पर नगर निगम देवास के उस समय के आयुक्त विशाल सिंह चौहान ने उड़ीसा में हुए स्वच्छ वायु सर्वेक्षण 2022 के पुरस्कार वितरण में अवार्ड व 37 लाख 50 हजार की पुरस्कार राशि का चेक प्राप्त किया था।👇👇
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10 लाख से अधिक आबादी वाले शहरों की श्रेणी में इंदौर ने 200 में से 187 अंक प्राप्त कर प्रथम स्थान, भोपाल ने 181 प्राप्त कर 5वां, जबलपुर ने 172 अंक प्राप्त कर 13वां स्थान और ग्वालियर ने 114 अंक प्राप्त कर 41वां स्थान प्राप्त किया है।
3 लाख से 10 लाख तक की आबादी वाले शहरों की श्रेणी में प्रदेश के सागर को 188.02 अंकों के साथ देश में 10वां स्थान मिला है।
स्वच्छ वायु सर्वेक्षण-2023 में दस लाख से अधिक आबादी वाले शहरों में प्रथम पाँच में से दो पुरस्कार मध्यप्रदेश के खाते में गये हैं। इंदौर को पहला, आगरा को दूसरा, ठाणे को तीसरा, श्रीनगर को चौथा और भोपाल को 5वां स्थान मिला है।
प्रदूषण नियंत्रण के उद्देश्य से राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम में “प्राण” ऑनलाइन पोर्टल पर शहरों द्वारा भी स्व-मूल्यांकन किया जाता है। शहरों को ठोस अपशिष्ट, सड़क धूल, निर्माण और विध्वंस कचरे का प्रबंधन, वाहनों के उत्सर्जन पर नियंत्रण और औद्योगिक प्रदूषण के संबंध में लागू की गई गतिविधियों और उपायों की रिपोर्ट देनी होती है।