देवास। जिले के हाटपिपलिया और बागली में स्थित शासकीय कॉलेज में करोड़ों का घोटाला सामने आया है इस घोटाले को कॉलेज के बाबू अंजाम दिया है। दरअसल प्राप्त जानकारी अनुसार दोनों कॉलेजों में वर्ष 2018-19 से वर्ष 2021-22 तक बाबुओं ने फर्जी बिल लगाकर उन्हें उपकोषालय से पास करवा कर करोड़ों रुपए का हेरा फेरी कर पैसे को अपने अपने रिश्तेदारों के खाते में डाल दिए। घोटाले की जानकारी उक्त दोनों कर्यालय के आहरण एवं संवितरण अधिकारियों से प्राप्त देयकों का वित्तीय वर्ष 2018-19 से वर्ष 2021-22 तक की अवधि का विश्लेषण करने पर पाया गया।
लगभग ढाई करोड़ के घोटाले में बागली कॉलेज में कार्यरत विजय शंकर त्रिपाठी ने लगभग एक करोड़ 94 लाख और हाटपिपलिया में कार्यरत रोहित दुबे ने लगभग 60 लाख रुपए का फर्जी भुगतान अपने खातों में कर लिया। इन भुगतानों में कोई प्रामाणिक स्वीकृति आदेश शामिल नहीं थे और कुछ देयकों में खाली पेज संकलन थे इस फर्जी भुगतान में देवास जिले के उपकोषालय बागली के तत्कालीन कार्यरत हरि सिंह चौहान के लापरवाही सामने आई है इन्होंने ही इन बिलों को पास किया था। इसके बाद उनको सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है वही कॉलेज के बाबू पर कार्रवाई के लिए उच्च शिक्षा विभाग को पत्र लिखा गया है।