• चार दिनों से गटर की गंदगी घरों के बाहर पटक रखी, रहवासी परेशान
देवास। प्रदेश में आमजन को सुविधा देने के लिए शुरू की हुई सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत दर्ज करने वालों को देवास नगर निगम के जिम्मेदारों द्वारा कैसे प्रताड़ित किया जाता है, इसका उदाहरण शहर के वार्ड क्रं 37 में देखने को मिला। गटर की सफाई नहीं होने की शिकायत दरोगा से बार-बार करने के बाद परेशान होकर मिर्जापुर अखाड़ा रोड के क्षेत्र वासियों ने सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत दर्ज करवाई। जिसे निगम के दरोगा ने अतिक्रमण की शिकायत बताकर पीडब्ल्यूडी के इंजीनियर के पास रेफर कर दिया।
इंजीनियर ने क्षेत्र का निरीक्षण करके दरोगा से कहा यहां गटर की साफ-सफाई करना है। इसमें हम इंजीनियर क्या करेंगे और शिकायत को विभाग द्वारा बंद करवा दिया गया। शिकायत बंद होने पर शिकायतकर्ता ने पुनः शिकायत क्रं 34101513 दर्ज कराई, तब फिर से वार्ड दरोगा ने अपनी तिकड़म भिड़ाकर शिकायत को लोक निर्माण विभाग ट्रांसफर करवा दिया। इंजीनियर श्याम सुंदर रघुवंशी और सफाई दरोगा ने गटर की आधी सफाई करवाकर शिकायतकर्ताओं के घरों के सामने पूरी गंदगी के ढेर लगवा दिए। घरों के बाहर गटर की गंदगी पड़ी होने से घरों में आने जाने के और मुख्य गली से निकलने वाले लोगों के रास्ते पूरी तरह बंद हो गए। बताया गया कि यह गंदगी पिछले मंगलवार से घरों के सामने पड़ी हुई है। क्षेत्रवासियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है जिसका मुख्य कारण है क्षेत्रीय इंजीनियर रघुवंशी और वार्ड सफाई दरोगा हैं। जिन्होंने जानबूझकर शिकायतकर्ताओं को परेशान करने की नीयत से यह सब किया हुआ है। जब इसकी शिकायत निगम स्वास्थ्य अधिकारी जितेंद्र सिसोदिया से की तो उन्होंने कहा कि अगर इस प्रकार की हरकत दरोगा द्वारा की गई है तो उसे सूचना पत्र जारी करेंगे। इस प्रकार से शिकायतकर्ताओं को परेशान करना सरासर गलत है। मैं इसकी पूरी जानकारी निकालता हूं।