देवास। वाल्मीकि समाज को उज्जैन रोड नई आबादी में दान में मिली मंदिर की जमीन को कब्जा मुक्त कराए जाने को लेकर सामाजिक कार्यकर्ता आरबी भाई पटेल विगत दो माह से आवेदन देते आ रहे है। मुख्यमंत्री, राज्यपाल, पुलिस महानिदेशक एवं कलेक्टर को आवेदन देने बावजूद भी जमीन को कब्जे से मुक्त नही कराया गया है। श्री पटेल बुधवार को नगर निगम में होने वाली महापौर जनसुनवाई में पहुंचे और आवेदन सौंप मंदिर की जमीन को कब्जा मुक्त कराए जाने की मांग की।
आवेदन में पटेल ने बताया कि देवास जूनियर महाराजा ने 100 वर्ष पूर्व वाल्मीकि समाज के लोगों को राजबाडे के पास बस्ती को हटाकर उज्जैन रोड नई आबादी पर उनके कच्चे मकान बनाकर भूमि दान में दी थी। वाल्मीकि समाज ने गली नं. 08 में मकान अपने हिसाब से स्थापित कर अखिरी में गोगा देव मंदिर के लिए एक भूमि का चयन किया और वहां पर 10 लोहे की चद्दर व खम्बे लगाकर गोगादेव चौहान मंदिर की भूमि कर पूजापाठ करने लगे। उक्त जमीन पर विशेष समुदाय के व्यक्ति ने 20 बाय 30 का एक प्लाट खरीदकर मंदिर की जमीन के पास अपना मकान बनाकर धीरे-धीरे समाजजनों को भ्रमित कर कब्जा कर लिया। पिछले कई वर्षो से कब्जा करे हुए है, जिससे वाल्मिकी समाज में आक्रोश व्याप्त है। कभी भी मंदिर जमीन के लिए वाद-विवाद की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। पटेल ने महापौर गीता दुर्गेश अग्रवाल से मांग की है कि आपसी भाईचारा न बिगड़े इसके पूर्व जमीन का कब्जा वाल्मीकि समाज जनों को सौंपा जाए। जिससे समाजजन पुन: अपने आराध्य देव गोगादेव जी की पूजा अर्चना प्रारंभ कर सके।