Dewas: अमलतास अस्पताल में हुआ आई.वी.एफ सेंटर का शुभारंभ

देवास। अमलतास अस्पताल में आइ.वी.एफ.सेंटर का शुभारंभ एस.डी.एम. प्रदीप सोनी व वरिष्ठ पत्रकार अनिल सिंह सिकरवार द्वारा किया गया।
एस.डी.एम.द्वारा बताया गया कि अमलतास अस्पताल मात्र ऐसा अस्पताल है जिसने चिकित्सीय क्षेत्र में हमेशा अपना योगदान दिया है ।
साथ ही 20 मई से 30 मई तक अमलतास अस्पताल में निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया है। आज भी 294 मरीजो ने इस स्वास्थ्य शिविर का लाभ लिया जिसमे केंसर, हार्ट, किडनी, ब्रेन आदि बीमारियों के डॉक्टर्स द्वारा इलाज किया गया।


आयुष्मान योजना के तहत अभी तक अमलतास अस्पताल में 513 एंजियोग्राफी,150 एंजियोप्लास्टी,102 ब्रेन सर्जरी, 204 केंसर सर्जरी अभी तक की जा चुकी है।
अमलतास I.V.F. सेंटर निशुल्क परामर्श सुविधा नि: संतानता से जुड़ा कोई भी सवाल है तो अमलतास सुपर स्पेशलिटी सेवाओं के अंतर्गत निशुल्क परामर्श सेवा का लाभ उठाए ।
I.V.F.को बांझपन का इलाज करने का मुख्य तरीका माना जाता हैं ।दुनियाभर में सबसे एडवांस तकनीक और सुविधाओ की मदद से अनुभवी फार्टिलिटी डॉक्टर द्वारा आपका इलाज किया जाएगा।जिससे आई. वी. एफ. के सफल होने की संभावना बढ़ जाती हैं।
आयुष्मान कार्ड धारकों को सुविधा पूर्ण रूप से मुफ्त दी जाएगी।
कार्यक्रम में अमलतास अस्पताल के चेयरमैन मयंक राज सिंह भदौरिया के मार्गदर्शन में डीन डॉ. शरद चंद्र वानखेड़े, मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ. प्रशांत, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ.जगत रावत,डॉ. प्रीति जैन, डॉ.खुशबू उपाध्याय, मेघा सोनी उपस्थित थे।

AMALTAS HOSPITAL DEWAS में पहला कोहनी का जोड़ प्रत्यारोपण ऑपरेशन सफलतापूर्वक हुआ

देवास : अमलतास हॉस्पिटल के हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ.अंकित वर्मा द्वारा प्रत्यारोपण का सफलतापूर्वक ऑपरेशन किया गया। डॉ. अंकित वर्मा द्वारा बताया गया की यह ऑपरेशन बहुत ही जटिल होता है। देवास क्षेत्र में यह पहला ऑपरेशन अमलतास हॉस्पिटल में किया गया है।
राहुल नामक व्यक्ति का एक्सीडेंट के कारण फ़्रैक्चर हो गया था ,जिसके कारण कोहनी का जोड़ पूरी तरह से नष्ट हो चुका था, कोहनी में बिल्कुल भी मूवमेंट नहीं था ।
अमलतास हॉस्पिटल में मरीज की कोहनी का जोड़ प्रत्यारोपण ऑपरेशन किया गया यह देवास क्षेत्र का पहला कोहनी जोड़ प्रत्यारोपण ऑपरेशन है।
कोहनी में चोट लगने से यदि जोड़ उखड़ जाता है तो मरीज को अधिक दर्द होता है ,एक्सरे, सी.टी स्केन व एम.आर.आई द्वारा कोहनी के जोड़ का पता लगाया जाता है।
अमलतास हॉस्पिटल के चेयरमैन मयंक राज सिंह भदौरिया द्वारा बताया गया की अब किसी भी प्रकार के इलाज के लिए बाहर जाने की जरूरत नही है ,अमलतास हॉस्पिटल में सभी बीमारियों का इलाज संभव है।

Dewas, अमलतास हॉस्पिटल में दिव्यांग बच्चों के लिए निःशुल्क स्पेशल स्कूल

देवास। जानकारी देते हुए अमलतास हॉस्पिटल प्रबंधक विजय जाट द्वारा बताया गया कि दिव्यांग बच्चों के स्वास्थ्य लाभ हेतु ऑक्यू पेशनल थैरेपी स्पेशल स्कूल में पुनर्वास केंद्र चेयरमैन मयंक राज सिंह भदौरिया के निर्देशन में खोला गया ।जिसके अंतर्गत विभिन्न प्रकार की शारीरिक एवम मानसिक बीमारियों का इलाज थैरेपी द्वारा किया जाता हैं। स्पेशल स्कूल की डॉ जया वर्मा ने बताया की स्कूल में सेरेब्रल पाल्सी ,मानसिक व शारीरिक पक्षाघात , ओटीज्म ,मेंटल रिटार्डेशन,झटके की बीमारियों का इलाज , ऑक्यू पेशनल थैरेपी, सेंसर इंट्रीग्रेशन थैरेपी ,स्पीच थैरेपी व स्पेशल एजुकेशन द्वारा किया जाता हैं । कार्यक्रम का आयोजन स्पेशल स्कूल की संचालिका डॉ जया वर्मा ( ऑक्यूपेशनल थैरेपिस्ट एवम क्लिनिकल साइकोलॉजिस्ट ) के दिशा निर्देशानुसार संपन्न हुआ।

इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि अमलतास हॉस्पिटल डीन डॉ. शरद चन्द्र वानखेड़े ,मेडिकल सुप्रीटेंडेंट डॉ प्रशांत वडग बालकर,मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ जगत रावत ,डॉ नेहा काकानी , डॉ सागर मुद्गल,डॉ अंकुर गुप्ता,डॉ चांदनी , अमरेंद्र उपाध्याय ,कविता जी एवम समस्त नर्सिंग स्टाफ की उपस्थिति में किया गया ।कार्यक्रम के अंत में डॉ जया वर्मा द्वारा आभार व्यक्त किया गया।

Amaltas Hospital को आयुष्मान भारत के उत्कृष्ट कार्य हेतु मिला मुख्यमंत्री द्वारा सम्मान

देवास। अमलतास हॉस्पिटल प्रबंधक विजय जाट द्वारा जानकारी दी गई की अमलतास हॉस्पिटल में अभी तक एक लाख से अधिक आयुष्मान कार्ड बना दिये गए है।व कई मरीज आयुष्मान भारत योजना का लाभ ले चुके है।
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि गरीब वर्ग सहित प्रदेश के सभी नागरिकों को स्वास्थ्य सुरक्षा देना राज्य सरकार की जिम्मेदारी है। इस जिम्मेदारी के प्रति सरकार सदैव गंभीर रहेगी। पहला सुख निरोगी काया होता है, इस नाते नागरिकों को रोगों से बचाकर अच्छे से अच्छा उपचार दिलवाने के लिए मध्यप्रदेश सरकार पूर्व की तरह बेहतर प्रबंधन सुनिश्चित करेगी। कोरोना के दौर में महत्वपूर्ण सिद्ध हुई आयुष्मान जैसी योजनाएँ नि:शुल्क उपचार उपलब्ध करवाती हैं। लोगों को रोगमुक्त करवाने में योजना कारगर हैं।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी द्वारा 23 सितम्बर 2018 से लागू योजना के क्रियान्वयन में मध्यप्रदेश प्रथम है, इस स्थिति को कायम रखा जाएगा। प्रदेश के ढाई करोड़ नागरिकों को सालाना 5 लाख रुपये का उपचार व्यय प्रदान करने वाली इस योजना का निरंतर विस्तार किया जाएगा। संबल योजना और सस्ता खाद्यान्न प्राप्त करने वाले लोगों को योजना का लाभ दिया जा रहा है क्योंकि सर्वाधिक आवश्यकता इस वर्ग को ही होती है। हर पात्र हितग्राही को इससे जोड़ा जाएगा। योजना में आगामी मार्च तक एक करोड़ से अधिक नवीन हितग्राहियों को लाभान्वित करने का लक्ष्य है।
आयुष्मान योजना से अनेक परिवारों को कैंसर जैसी बीमारियों से बचाने में सहायता मिली है। योजना में मध्यप्रदेश में हुई प्रगति के लिए मुख्यमंत्री श्री चौहान ने स्वास्थ्य मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी और विभागीय टीम को बधाई भी दी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कोविड की दूसरी लहर के पीक समय का स्मरण करते हुए कहा कि उस कठिन दौर में ऑक्सीजन और अस्पताल में बिस्तरों की समुचित व्यवस्थाएँ की गईं। अच्छे प्रबंधन से कम से कम जनहानि हुई। आयुष्मान जैसी योजना निर्धन परिवारों के कोरोना से संक्रमित होने के बाद उन्हें उपचार का लाभ दिलवाने का माध्यम बनी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि अभी भी कोविड नियंत्रण में होने के बावजूद मास्क के उपयोग और परस्पर दूरी बनाए रखने की सावधानियाँ बहुत आवश्यक हैं। हमारी जागरूकता से हम कोरोना की तीसरी लहर की आशंका को समाप्त कर सकते हैं।

स्वास्थ्य कार्यकर्ता सम्मानित
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रदेश में आयुष्मान कार्ड बनाने की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी निभाने वाले उत्कृष्ट कर्मचारियों को प्रशस्ति-पत्र देकर सम्मानित किया। साथ ही उन्हें श्रेष्ठ कार्य के लिए बधाई भी दी। देवास अमलतास की आयुष्मान मित्र सुश्री ममता वर्मा ने 12 हजार कार्ड तैयार किए।
लोक स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने कहा कि प्रदेश में 4 करोड़ 70 लाख आयुष्मान कार्ड प्रदान करने के लक्ष्य में 53 प्रतिशत उपलब्धि प्राप्त की जा चुकी है। छोटे-छोटे नगरों में मुख्यमंत्री कोविड उपचार योजना और आयुष्मान कार्डधारियों को मिले मुफ्त उपचार के कार्य में मध्यप्रदेश अग्रणी है। संबल योजना के हितग्राही भी आयुष्मान कार्ड प्राप्त करने के पात्र हैं। इसी तरह सस्ता राशन प्राप्त करने वाले हितग्राही भी आयुष्मान कार्ड प्राप्त कर सकते हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान की रूचि और निरंतर समीक्षा के कारण मध्यप्रदेश इस योजना में देश में प्रथम स्थान पर है।संस्था के संस्थापक श्री सुरेश सिंह भदौरिया व अमलतास अस्पताल के चेयरमैन श्री मयंकराज सिंह भदौरिया द्वारा अमलतास की आयुष्मान टीम और कर्मचारी ममता वर्मा के उज्जवल भविष्य की कामना की गई ।इस अवसर पर संस्था के डीन डॉ. शरद चन्द्र वानखेड़े, मेडिकल सुप्रीटेंडेंट डॉ डी जी कुलकर्णी ,मुख्य चिकत्सा अधिकारी डॉ जगत रावत , व हॉस्पिटल के डॉक्टर्स एवं नर्सिंग स्टाफ उपस्थित थें।

Amaltas, अमलतास अस्पताल को मिली नशा मुक्ति केन्द्र की मान्यता, मरीजों का होगा निःशुल्क ईलाज

देवास। अमलतास अस्पताल के लगातार स्वास्थ्य सेवाओं में नये आयाम स्थापित हो रहे हैं। अमलतास अस्पताल को शासन द्वारा नशा मुक्ति केन्द्र की मान्यता मिली है। अस्पताल प्रबंधक विजय जाट ने कहा कि अस्पताल के संस्थापक सुरेशसिंह भदौरिया और चैयरमेन मयंकराजसिंह भदौरिया के प्रयासों से अमलतास अस्पताल को नशा मुक्ति की दिशा में मान्यता प्राप्त हुई है। नशा मुक्ति के लिए आने वाले मरीजों का निःशुल्क ईलाज करने के लिए अमलतास अस्पताल को मान्यता मिली है। इसमें लगभग सभी प्रकार के नशों का ईलाज अस्पताल प्रबंधन द्वारा किया जाएगा।
डॉ. सागर मुद्गल (विशेषज्ञ नशा मुक्ति विभाग) ने जानकारी देते हुए बताया कि अमलतास अस्पताल को नशा मुक्ति केन्द्र की मान्यता मिलने से कई मरीजों को लाभ होगा साथ ही आयुष्मान कार्डधारियों का ईलाज भी यहां किया जा सकेगा। नशा मुक्ति केन्द्र में ईलाज के लिए हमने एक व्यवस्थित समय सारिणी बनाई है जिसमें मरीजों पर सतत मॉनीटरिंग की जाऐगी साथ ही दवाईयों के साथ उन्हें मेडिटेशन आदि से भी ठीक करने के उपाय किये जाएंगे।

Amaltas hospital dewas, आयुष्मान कार्ड द्वारा हुआ 2 लाख खर्च वाला रीढ़ की हड्डी के फ्रेक्चर का ऑपरेशन

• अमलतास में हुआ जिले में पहली बार हुआ नवीन तकनीक से रीढ़ की हड्डी के फ्रेक्चर का ऑपरेशन

देवास। अमलतास अस्पताल के प्रबंधक विजय जाट ने जानकारी देते हुए बताया की श्रीमती बबीता सक्सेना उम्र 40 वर्ष निवासी भेरूगढ़ उज्जैन उत्साह के साथ अपने पुत्र के विवाह की तैयारियो में व्यस्त थी। अचानक बबीता सक्सेना घर पर ही सीढ़ियों से उतरते समय पैर फिसला और वो नीचे आ गिरी ,इस दुर्घटना में न सिर्फ उनको सिर में चोट लगी बल्कि उनकी रीढ़ की हड्डी में भी फ्रेक्चर हो गया। इमरजेंसी मे परिजन तत्काल उन्हें उज्जैन के एक निजी अस्पताल में ले गए जहा उन्हे 7 – 8 दिन भर्ती रहकर रीढ़ की हड्डी के ऑपरेशन की सलाह दी गई जिसका अनुमानित खर्च 2 लाख रू. लगभग बताया गया। परिजन मरीज को अमलतास अस्पताल लेकर आए और उन्हे यहा स्पाईन सर्जन डॉ. अर्पित उपाध्याय को दिखाया परिवार की परिस्थिति को देखकर डॉ अर्पित उपाध्याय द्वारा उन्हें तुरंत भर्ती कर रात में ही आयुष्मान कार्ड द्वारा उनकी रीढ़ की हड्डी के फ्रेक्चर का ऑपरेशन नवीनतम मिनिमल इनवेसिव तकनीक के द्वारा किया गया। इस तकनीक से रीढ़ की हड्डी का ऑपरेशन होने के कारण मरीज श्रीमती बबीता सक्सेना को दूसरे ही दिन अपने पैरो पर चलवा दिया गया और ऑपरेशन के तीसरे दिन ही वो अमलतास से डिस्चार्ज होकर अपने पुत्र के विवाह में सम्मिलित हो सकी ।

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मरीज की रीढ़ की हड्डी में इतना बड़ा फ्रेक्चर था जिसे 8 स्क्रू से फिक्स करना था इस तकनीक में मरीज की पीठ में लम्बा चीरा न लगाकर अलग – अलग जगह से 8 अत्यंत छोटे छिद्र बनाकर उनमें से 8 स्क्रू के द्वारा रीढ़ की हड्डी के फ्रेक्चर को फिक्स कर दिया गया। जिससे आपरेशन के दौरान रक्तस्त्राव नही होने से ना मरीज को रक्त चढ़ाने की जरूरत हुई, ना कमजोरी जिसके कारण कई दिनों तक बिस्तर पर लेटे रहना पड़ता है और ना ही लंबे समय तक दवाइया लेना पड़ेगी। ऑपरेशन के तीसरे दिन ही मरीज स्वयं चलकर अपने घर चली गई ।
मिनिमल इनवेसिव तकनीक से इस प्रकार की स्पाईन सर्जरी अमलतास में और सम्पूर्ण देवास जिले में पहली बार की गई ।अमलतास अस्पताल के चेयरमैन मयंक राज सिंह भदौरिया ने अमलतास देवास के युवा सर्जन डॉ अर्पित उपाध्याय को इस उपलब्धि पर बधाई दी।