5 माह के बेटे को गोद में लेकर संकट की घड़ी में निभा रही अपना फ़र्ज़
देवास/पीपलरावा- कोरोना महामारी में जहां कुछ लोगों ने दवाई और इंजेक्शन की कालाबाजारी कर चिकित्सा पेशे को बदनाम किया था वहीं नगर के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर कार्यरत एएनएम अलका भंडारी अपने 5 माह के बेटे को गोद में लेकर संकट की घड़ी में मरीजों की सेवा कर माँ तथा मानवता दोनों का फर्ज निभा रही है। एएनएम भंडारी की अपने कार्य के प्रति निष्ठा देख लोग उनकी प्रशंसा करते नही थक रहे। भंडारी ने 28 अक्टूबर से 1 मई तक छः माह का प्रसूति अवकाश लिया गया था। इस बीच मार्च में कोरोना की दूसरी लहर आने से स्वास्थ्य विभाग पर कार्य का अतिरिक्त दबाव आने लगा। तब स्टाफ की कमी के चलते बीएमओ आदर्श ननेरिया द्वारा एएनएम अलका से पुनः ड्यूटी ज्वाइन करने की आग्रह किया। इस पर अलका ने लिए गए अवकाश अवधि के दो माह पूर्व 1 मार्च को ज्वाइन कर लिया। इस अवधि में वह अब तक 30 से अधिक डिलीवरी कर चुकी है।
सहकर्मी भी कार्य व्यवहार से प्रभावित एएनएम अनिता यादव तथा फार्मासिस्ट धर्मेन्द्र सिसोदिया ने बताया कि पूरा स्टाफ व मरीज अलका के कार्य व्यवहार से संतुष्ट है तथा अवकाश शेष रहते अपने नन्हे शिशु को लेकर ड्यूटी ज्वाइन करना उनकी कर्तव्य परायणता को दर्शाता है।
एएनएम अलका ने बताया कि स्वीकृत अवकाश बचे होने के बाद भी मेरे डॉक्टर पति निलेश नागर व पिता जगदीश भंडारी ने मेरा मनोबल बढ़ाकर पिछले वर्ष के कोरोना काल को याद दिलाते हुए समाज व राष्ट्रहित में लोगों की सेवा हेतु ड्यूटी ज्वाइन करने के लिए प्रेरित किया। वहीं वरिष्ठ अधिकारियों सहित, डॉ अंकित झाला, धर्मेन्द्र सिसोदिया,अनिता यादव व साथी स्टाफ का पूरा सहयोग मिल रहा है।
?️दीपक झाला