सोनकच्छ (अभय नागर)। आसपास के क्षेत्र ग्राम बड़ी चुरलाय,डकाच्या, पांदाजागीर मे किसानों के खेतों में इन दिनों सोयाबीन की फसल से खेत तो हरे भरे दिखाई दे रहे हैं लेकिन किसानो द्वारा अपने खेतों में देखा गया तब पता चला कि खेतों में जो सोयाबीन की फसल खड़ी है उसमें सोयाबीन की फली ही नहीं लगी हैं खेत की मेड पर से जाकर देखें तो खेत मैं जो सोयाबीन की फसल खड़ी है ओ सिर्फ हरे हरे पत्ते और ड’ठल ही खडे हे जिससे खेत हरे भरे दिखाई दे रहे हैं सोयाबीन की फसल में जो अफलन की स्थिति बनी है जिसने किसानों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया है ग्राम के जितेन पाटीदार उपसरपंच सालक राम पाटीदार राधेश्याम पाटीदार किशोर पाटीदार रमेश पाटीदार पवन पाटीदार राजेश पाटीदार प्रेम नारायण गुर्जर कान्हा पाटीदार गब्बू लाल चौधरी सुमेर मरावटिया सहित सैकड़ों किसानों ने शासन से मांग की है कि अति शीघ्र ही सोयाबीन की फसल का सर्वे करवाया जाए एवं उचित मुआवजा दिलवाया जाए और गत वर्ष का सोयाबीन फसल का बीमा भी किसानों को अभी तक नहीं मिला है किसानों ने मांग की है कि प्रदेश सरकार गत वर्ष फसल बीमा भी शीघ्र ही किसानों के खातों में डाला जावे जिससे किसानों को कुछ राहत मिल सके
इनका कहना
सोयाबीन मे अफलन कारण पिछले दो सप्ताह से लगातार रिमझिम बारिश का दौर जारी रहा इसके कारण किसान भाई कीटनाशक दवाई का छिड़काव समय पर नहीं कर पाए जिसके कारण ईल्ली का प्रकोप बड़ा और सोयाबीन मैं जैसे ही फूल आना आरंभ ईल्लीया फूलों चट कर करती गई जिसके कारण सोयाबीन की फसल में अफलन स्थिति बनी हुई है।
उपाय किट ईल्लीयो, सफेद मक्खी, तना मक्खी, गर्डल बीटल के नियंत्रण हेतु-
पूर्व मिश्रित थायोमिथाक्सम +लेम्बडा सायहेलोथ्रिन 125 मिली प्रति हेक्टेयर
या पूर्व मिश्रित बीटा सायफ्लूथ्रिन + ईमिडाक्लोरोपिड, 350 मिली प्रति हेक्टेयर
2, कम फलन हेतु – (फुल के समय 30-40 दिनो ) NPK 19:19:19 एक किलो / एकड
लखन परमार
ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी
विकासखंड सोनकच्छ