कोरोना कर्फ्यू में मिली छूट में बाजार में मची अफरा तफरी
देवास। जिले में 3 मई प्रातः 6 बजे तक कोरोना कर्फ्यू लगा हुआ है जिले में लगे कोरोना कर्फ्यू में सुबह 7 से 10 बजे तक छूट दी गयी है। बाजार में इन 3 घंटो की छूट में इतनी बड़ी संख्या में लोग खरीददारी करने के लिए आ रहे है जिससे बाजार में सामाजिक दूरी की तो जमकर धज्जिया उड़ाई गयी। इससे यह कहा जा सकता है की 24 घंटो में से 21 घंटे के कोरोना कर्फ्यू पर 3 घंटे की छूट भारी तो नही होंगे। बीते दो दिनों से लगे संपूर्ण लॉकडाउन (शनिवार व रविवार) के कारण सोमवार को बाजार में भारी भीड़ दिखाई दी। अगर बाजार में इन 3 घंटो में ऐसी ही भीड़ दिखी तो शायद संक्रमण की चैन तोड़ने में प्रशासन को उम्मीद से बहुत ज्यादा मशक्कत करना पडे । 10 बजने के बाद पूरा प्रशासनिक अमला मैदान में उतरा और सख्ती के साथ बाजार को बंद कराया। हालाँकि इस भीड़ में ना तो पब्लिक का दोष है ना ही दुकानदारों का दोष अगर किसी का हे तो वह कोरोना संक्रमण का है। शहर में विभिन्न लोगो के द्वारा कोरोना कर्फ्यू में मिली छूट का समय बढ़ाने की मांग की गयी थी ताकि ज्यादा समय मिलेगा तो बाजार में भीड़ कम होगी तथा सामाजिक दूरी का भी पालन हो सकेगा। बीते 9 अप्रैल से जिले में लॉकडाउन (कोरोना कर्फ्यू) लगा हुआ है जिसके बाद भी 9 अप्रैल से आज दिनांक तक जिले में कुल 1723 कोरोना संक्रमित मरीज सामने आये है हालाँकि इस दौरान 1512 कोरोना संक्रमित मरीज इलाज के बाद कोरोना को हराकर पूरी तरह स्वस्थ होकर अपने घर भी लौटे है। इसके बावजूद शहर के लगभग सभी अस्पतालों में बेड फुल है और दूसरी तरफ शहर में ऑक्सीजन की समस्या भी बनी हुई है प्रशासनिक अधिकारी भले ही शहर में ऑक्सीजन की बड़ी मात्रा में आपूर्ति की बात कर रहा है, परंतु अस्पतालों में हकीकत कुछ और ही बयां करती है। जिले में बनने वाले ऑक्सीजन प्लांट के 15 मई व आद्योगिक क्षेत्र में बनने वाले 250 बेड के कोविड केयर सेंटर का 3 या 4 मई तक पूरी तरह स्थापित होने का अनुमान है। उम्मीद है कि इन दोनों के पूरी तरह स्थापित होने के बाद शहर के लोगो को चिकित्सा सुविधाओं में होने वाली परेशानियों से छूटकारा मिलेगी।
क्राइसिस कमेटी को लेना चाहिए
कड़े फैसले , लचर निर्णय से बढ़ रहा है कोरोनावायरस का खतरा – कांग्रेस
देवास। देश प्रदेश में लगातार कोरोना संक्रमण फैलने के कारण जनजीवन पूरी तरह से प्रभावित हुआ है वहीं व्यापार-व्यवसाय भी ठप्प हुए हैं क्राइसिस कमेटी ने सोमवार से शुक्रवार तक सुबह 7:00 से 10:00 बजे तक लाक डाउन मैं छूट दी है । छूट भी रहना जरूरी है और संक्रमण को कंट्रोल करना भी जरूरी है लेकिन देखने में आया है कि इस दौरान इतनी अव्यवस्था फैल जाती है कि लोगों का सड़को पर निकलना मुश्किल हो जाता है। अब समय आ चुका है कि क्राइसिस कमेटी कड़े फैसले लें और कोरोना संक्रमण को रोकने में अपनी अहम जिम्मेदारी का निर्वाह करें । शहर जिला कांग्रेस अध्यक्ष मनोज राजानी व प्रवक्ता सुधीर शर्मा ने बताया कि सबसे पहले तो सब्जी की जो मंडियां लग रही है उन्हें बंद किया जाना चाहिए और उनकी जगह ठेला गाड़ी पर सब्जी बेचने की अनुमति दी जाना चाहिए वह भी वार्ड ,वार्ड हर ठेले पर वार्ड नंबर लिखा जाए कि उक्त ठेले वाला उसी वार्ड में सब्जी बेचेगा जिसमें उसे अनुमति दी गई है। साथ ही सब्जियों के दाम निर्धारित किए जाए सब्जी मंडी और सब्जी की दुकाने कंट्रोल हो गई तो फिर व्यवस्था अपने आप कंट्रोल में आ जाएगी । इसी के साथ लॉकडाउन खुलने की अवधि के दौरान सड़कों पर चार पहिया वाहन ट्रैक्टर लोडिंग वाहन सभी को प्रतिबंधित किया जाए कि सुबह 7:00 से 10:00 के बीच शहर में इनके प्रवेश पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। अभी लॉकडाउन खुलने की अवधि के दौरान इतने वाहन सड़कों पर आ जाते हैं कि उस से जगह-जगह जाम लग जाता है और इतनी भीड़ इकट्ठी हो जाती की इससे सोशल डिस्टेंसिंग पूरी तरह से खत्म हो जाता है । एक रिपोर्ट के मुताबिक जब लाकडाउन खुलता है और लोग अपने घरों से बाहर आते हैं जब वे वापस घर पहुंचते है तो अपने साथ कोरोनावायरस भी ले जाते हैं जिसकी दर वर्तमान में 18 ℅ है जो कि चिंताजनक है। शहर कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा है कि लॉकडाउन लगने से सभी का नुकसान हो रहा है लेकिन हमारे सामने कोरोना संक्रमण से लड़ना और जीतना सबसे ज्यादा जरूरी है क्योंकि आज हम अपने लोगों को ही अपनी लापरवाही से खोते चले जा रहे हैं । आज जरूर नुकसान हो रहा है लेकिन कल फिर फायदा होगा इसलिए सब मिलकर इस आपदा का सामना करें अपना सहयोग प्रदान करें।

