भक्तों से भेदभाव नेताओं, मंदिर कर्मचारियों व निजी सुरक्षाकर्मियों को महंगा पड़ गया। नागपंचमी पर महाकालेश्वर मंदिर और नागचंद्रेश्वर मंदिर में दर्शन के लिए अनधिकृत तरीके से प्रवेश करने के मामले में इंदौर के भाजपा नेता गोलू शुक्ला और उनके साथी दीपेंद्रसिंह सोलंकी सहित अन्य पर एफआईआर दर्ज करने की तैयारी है। मंदिर प्रबंध समिति ने इसके लिए महाकाल थाना पुलिस को पत्र भेजा है। आरोपियों के खिलाफ प्रतिबंधात्मक आदेश का उल्लंघन करने पर धारा 188 व महामारी एक्ट के प्रावधानों में कार्रवाई की जाएगी। बड़ी बात यह है कि हाल ही में शुक्ला के बेटे पॉजिटिव मिले हैं। उन्होंने खुद के होम क्वारेंटाइन होने की बात कही थी। इसके बावजूद वे उज्जैन आए। नियम तो तोड़ा ही, साथ ही लोगों की जान खतरे में डाली। मंदिर में अनधिकृत प्रवेश की जानकारी मंदिर समिति अध्यक्ष कलेक्टर आशीष सिंह को लगने पर उन्होंने प्रशासक सोजानसिंह रावत को आदेश दिया गोलू और दीपेंद्र के विरुद्ध धारा 188 का प्रकरण तत्काल दर्ज कराएं तथा वीडियो फुटेज के आधार पर ऐसे अनधिकृत प्रवेश किया
नागपंचमी पर गोलू शुक्ला मंदिर के प्रोटोकॉल ऑफिस की मदद से शाम 4 बजे करीब मंदिर परिसर में पहुंचे थे। उन्होंने महाकालेश्वर के दर्शन किए। फिर उन्होंने मंदिर कर्मचारियों से नागचंद्रेश्वर जाने की बात कही। कर्मचारियों ने मना कर दिया तो वे महानिर्वाणी अखाड़े में पहुंचे। वहां महंत विनीत गिरि से परिचय किया। महंत आराम के लिए चले गए, इसके बाद एक साधु की मदद से नागचंद्रेश्वर में दर्शन किए।
शुक्ला- अखाड़े के माध्यम से दर्शन किए
अवैध तरीके से प्रवेश नहीं किया। यदि हम ऐसा करेंगे तो कार्यकर्ताओं और नेताओं पर क्या प्रभाव जाएगा। महंतजी से बात हो गई थी, उनसे मिलना भी हो गया। वहीं से दर्शन के लिए गए। प्रशासन जो चाहे करता रहे, कोई दिक्कत नहीं है। भगवान से मिलने से कोई रोक सकता है क्या?
महंत- मैं तो उन्हें जानता तक नहींमैं उन्हें नहीं जानता।
वे आए और बैठे थे। किसी ने परिचय दिया, नमस्कार हुई। चूंकि रातभर की थकान थी, इसलिए मैं आराम करने चला गया। मैंने दर्शन के लिए उन्हें परमिशन नहीं दी। वे कैसे गए यह मुझे नहीं पता। प्रवेश की व्यवस्था पूरी प्रशासन के पास थी।