जय बाबा अमरनाथ बर्फानी के दर्शन को पैदल अमरनाथ यात्रा पर रवाना हुए श्री ठाकुर

  • वर्ष 1996 से निरंतर कर रहे अमरनाथ यात्रा, चार बार मोटर सायकल व एक बार सायकल से कर चुके है यात्रा
  • आतंकी हमलों से लेकर कोरोना तक कोई भी नही रोक सका ठाकुर का अमरनाथ यात्रा का सिलसिला

देवास। जय बाबा अमरनाथ बर्फानी भूखे को अन्न प्यासे को पानी का नारा या कहे जयकारा जिससे हर शिव भक्त भली भाती परिचित होगा खासकर बाबा अमरनाथ के भक्त शहर में एक भक्त ऐसा है जो निरंतर हर वर्ष अपनी बाबा अमरनाथ की यात्रा कर अपनी भक्ति का परिचय दे रहा है। हम बात कर रहे है बाबा अमरनाथ जी बर्फानी के परमभक्त मां शिव शक्ति सेवा मंडल के सदस्य, एक सामाजिक, धार्मिक, सांस्कृतिक एवं राष्ट्रवादी कार्यकर्ता के रूप में आपकी अमिट पहचान बनाने वाले शहर के आनंद सिंह ठाकुर की जो वर्ष 1996 से निरंतर बाबा अमरनाथ की यात्रा कर रहे है। श्री ठाकुर हर वर्ष अमरनाथ की यात्रा तो करते ही है साथ में अन्य भक्त जो अमरनाथ जाते है उनकी हर प्रकार से सहायता भी करते है।
श्री ठाकुर चार बार मोटर सायकल व एक बार सायकल से अमरनाथ की यात्रा कर चुके है और इस वर्ष जय बाबा अमरनाथ बर्फानी, बम बम भोले के जयकारों के बीच वह पैदल अमरनाथ यात्रा के लिए निकले है। 21 जून की अल सुबह शुरू हुई यात्रा से लंबा सफर तय कर ठाकुर अगस्त माह के अंतिम दिनों में यात्रा पूर्ण कर पवित्र अमरनाथ गुफा में दर्शन करेंगे।

1996 से निरंतर कर रहे अमरनाथ यात्रा : शहर के ठाकुर वर्ष 1996 से निरंतर अमरनाथ यात्रा कर रहे है। बीच में कुछ वर्ष ऐसे भी आए जिनमे यात्रा की परिस्थिति अच्छी नही थी परंतु ठाकुर के दृढ़ संकल्प के सामने वह कुछ भी नही थी कठिन से कठिन परिस्थितियों, प्राकृतिक एवं मानवीय आपदा काल भी आपकी अमरनाथ धाम की अनवरत पवित्र यात्रा को रोक नहीं पाया। अमरनाथ यात्रा को कई बार आतंकियों ने निशाना बनाया एक बार तो जब आतंकी हमला हुआ था उस समय ठाकुर उनके अन्य साथी वही मौजूद थे। आतंकियों एवं सेना में मुठभेड़ चली गोलीबारी भी हुई जिसके बाद सेना ने आतंकियों को मार गिराया था जिसके बाद शुरू हुई यात्रा में ठाकुर ने उनके साथियों के साथ बाबा अमरनाथ के दर्शन किए। अमरनाथ पर आतंकी हमले हुए लेकिन ठाकुर के अमरनाथ यात्रा पर जाने का सिलसिला नहीं रुका। वही वर्ष 2020 व 2021 जब वैश्विक संकट कोरोना काल था तब भी वह नही रुके और अमरनाथ यात्रा पर जाने का फैसला किया। वर्ष 2020 में वह पठानकोट तो वर्ष 2021 में वह यात्रा के दौरान बालटाल तक ही जा सके थे। वर्ष 2022 से फिर वह यात्रा पर निकले और यात्रा पूरी की। श्री ठाकुर बताते है जब तक उनकी सांसे चलती रहेगी और शरीर साथ देगा तब तक वह बाबा अमरनाथ जी की पवित्र यात्रा करते रहेंगे।

पूरी यात्रा करते है पैदल : कठिन यात्राओं में से एक यात्रा में अमरनाथ गुफा तक पहुंचने के लिए दो मार्ग निर्धारित है एक पहलगाम से दुसरा बालटाल से पहलगाम से पवित्र अमरनाथ गुफा की दूरी 48 किलोमीटर वही बालटाल वाले मार्ग से पवित्र अमरनाथ गुफा की दूरी 14 किलोमीटर यात्रा के दौरान अनेक साधन एवं संसाधन वहा उपलब्ध रहते है परंतु परिस्थिति कैसी भी हो वह उनका उपयोग न करते हुए की पूरी यात्रा पैदल ही करते है।

प्लेन से लेकर पैदल तक : श्री ठाकुर वर्ष 1996 से निरंतर करने वाली अमरनाथ यात्रा के लिए अलग अलग माध्यम से यात्रा संपन्न की है जिसमे ठाकुर ने हवाई जहाज, ट्रेन, चार पहिया वाहन के साथ चार बार मोटर सायकल के साथ यात्रा संपन्न करने के बाद ठाकुर इस वर्ष पैदल अमरनाथ यात्रा पर निकलें है।

Dewas युवाओं में बढ़ता चाय-सिगरेट पीने का हानिकारक शौक….

Dewas युवाओं में बढ़ता चाय-सिगरेट पीने का हानिकारक शौक….
देवास। युवाओं में चाय के साथ सिगरेट पीने का चलन बढ़ रहा है, यह उनके स्वास्थ्य के लिए बहुत हानिकारक है। शहर में भी अनेक स्थानों पर बनी हुई चाय दुकानों एवं चाय गुमटियों पर चाय के साथ सिगरेट पीने वालों में कम उम्र के युवाओं की भारी संख्या देखी जा रही है। युवाओं अपने शौक एवं दिखावे के लिए चाय सिगरेट पी रहा है। युवा सोचता है कि यह करने से सामने देखने वाले और दोस्तो की नज़र में उसका कद बढ़ रहा है पर वह यह नहीं जानता कि यह शौक और दिखावा एक दिन उसके लिए बहुत महंगा भी पड़ सकता है। कही बार ऐसा सोचा जाता है कि सिगरेट पीने से तनाव को मुक्ति मिलती है, पर जब आप धूम्रपान करते हैं, तो निकोटीन तुरंत आपके मस्तिष्क तक पहुंच जाता है, जिससे आपको थोड़ी देर के लिए आनंद और शांति मिलती है।
हालांकि, यह भावना ज्यादा देर तक नहीं रहती और जैसे ही निकोटीन आपके शरीर से बाहर निकलता है, यह चिड़चिड़ापन और चिंता जैसे लक्षण उत्पन्न करता है। इससे आप बेहतर महसूस करने के लिए दोबारा धूम्रपान करने लगते हैं।
यह दुष्चक्र यह गलत धारणा पैदा करता है कि धूम्रपान आपके तनाव को कम करता है, जबकि वास्तव में यह समय के साथ शारीरिक और मानसिक दोनों रूप से अधिक नुकसान पहुंचाता है।

यह आदतें कई बार तनाव, दबाव, या सामाजिक प्रभावों के कारण विकसित होती हैं। लेकिन, यह महत्वपूर्ण है कि इन आदतों के स्वास्थ्य पर होने वाले प्रभावों के बारे में युवाओं को जागरूकता होना पड़ेगा।

विशेषज्ञों के अनुसार चाय और सिगरेट का संयोजन कैंसर का खतरा बढ़ा सकता है, साथ ही हार्ट अटैक का खतरा भी बढ़ जाता है।

सिगरेट और अन्य तम्बाकू उत्पाद अधिनियम, 2003 पढ़ने के लिए नीचे दी गई लिंक पर क्लिक करे

https://indiankanoon.org/doc/765674/

वर्ष 2016 में सुप्रीम कोर्ट भी इस मामले में चिंता जाता चुकी है।
कोर्ट ने कहा था कि सिगरेट पैकेट पर वैधानिक चेतावनी होने के बावजूद युवा इसका सेवन कर रहे हैं।
कोर्ट ने कहा था कि ऐसा लगता है कि देश के युवा सिगरेट को एन्जॉय कर रहे हैं। उन्हें अपने स्वास्थ्य की फिक्र नहीं है। वो एक के बाद एक लगातार सिगरेट पी जाते हैं।

वर्तमान में युवा नशा, अवैध कारोबार में डूबता जा रहा है। पुलिस द्वारा अवैध नशा कारोबार पर सख्ती करते हुए कार्यवाही शुरू की है नशे के अवैध कारोबार में अधिकतर युवा सामने आ रहे है। देखा जा रहा है कि गांजा, एमडी ड्रग इत्यादि प्रकार के मादक पदार्थों का सेवन युवा ही सबसे ज्यादा कर रहा है।

सिगरेट पीने से कई गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं, जिनमें फेफड़ों का कैंसर, हृदय रोग, और सांस संबंधी समस्याएं शामिल हैं। इसी तरह, अत्यधिक चाय पीने से भी स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकते हैं, जैसे कि अनिद्रा, चिंता, और कैफीन की अधिकता से संबंधित समस्याएं।

युवाओं के लिए यह महत्वपूर्ण है कि वे स्वस्थ जीवनशैली का पालन करें और इन आदतों को नियंत्रित करने के लिए प्रयास करें। स्वस्थ विकल्पों का चयन करना, नियमित व्यायाम करना, और तनाव प्रबंधन तकनीकों का उपयोग करना इन आदतों को बदलने में मदद कर सकता है।

सिगरेट पीने से कई अन्य स्वास्थ्य समस्याएं भी हो सकती हैं, जिनमें शामिल हैं :

– मुंह और नाक की समस्याएं : सिगरेट का धुआं मुंह और नाक की बाहरी परत को नुकसान पहुंचा सकता है।
– गले की समस्याएं : सिगरेट का धुआं गले में मौजूद पतली झिल्ली को नुकसान पहुंचा सकता है।
– फेफड़ों की समस्याएं : सिगरेट का धुआं फेफड़ों में जमा होकर ब्लॉकेज पैदा कर सकता है।
– हार्ट अटैक का खतरा : सिगरेट पीने से हार्ट अटैक का खतरा बढ़ सकता है।
– प्रजनन क्षमता में कमी: सिगरेट पीने से प्रजनन क्षमता में कमी आ सकती है। Continue reading Dewas युवाओं में बढ़ता चाय-सिगरेट पीने का हानिकारक शौक….

अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव : जीत के ऐलान के साथ ट्रंप ने कहा – अमेरिका के लिए होगा यह स्वर्ण युग

रिपब्लिकन पार्टी के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप ने फ्लोरिडा में समर्थकों को संबोधित करते हुए अपनी जीत का ऐलान कर दिया है। उन्होंने कहा कि अमेरिका ने शक्तिशाली बहुमत दिया है। ट्रंप अपनी पत्नी मेलानिया ट्रंप और कैंपेन स्टाफ के साथ मंच साझा कर रहे थे। फ्लोरिडा में समर्थकों को संबोधित कर रहे ट्रंप ने कहा, कि अमेरिकावासियों के लिए यह एक शानदार जीत है। इसी के साथ उन्होंने कहा कि हम अपने देश अमेरिका को ऊंचाई पर ले जाने में मदद करेंगे। यह अमेरिका के लिए एक स्वर्णिम युग होगा। उन्होंने कहा कि इस राष्ट्रपति चुनाव के साथ ही देश ने एक इतिहास रचा है। अमेरिकन मीडिया के मुताबिक, रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप को 277 इलेक्टोरल मत मिले हैं, जबकि डेमोक्रेटिक उम्मीदवार कमला हैरिस बहुमत पाने से पीछे रह गईं। गौरतलब है कि अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव को जीतने के लिए 270 इलेक्टोरल वोटों की आवश्यकता होती है।

460 करोड़ रुपये मूल्य के 49 लाख विदेशी सिगरेट, 73 किलोग्राम मादक पदार्थ, गुटका/पान मसाला और ई-सिगरेट को नष्ट किया

• सीबीआईसी ने ” विशेष अभियान 4.0″ के तहत अवैध आयात सामान पकड़ाया था, 460 करोड़ रुपये मूल्य के ड्रग्स, विदेशी सिगरेट और प्रतिबंधित सामान को नष्ट किया गया

वित्त मंत्रालय के केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर एवं सीमा शुल्क बोर्ड (सीबीआईसी) के #SpecialCampaign 4.0 के हिस्से के रूप में और प्रतिबंधित वस्तुओं के अवैध आयात के खिलाफ अभियान को जारी रखते हुए, दिल्ली सीमा शुल्क (निवारक) आयुक्तालय और सीमा शुल्क (हवाई अड्डा और सामान्य) आयुक्तालय ने कुल 49 लाख विदेशी सिगरेट, लगभग 73 किलोग्राम एनडीपीएस ड्रग्स (हेरोइन, कोकीन, गांजा, चरस, आदि), गुटखा/पान मसाला और ई-सिगरेट नष्ट कीं।

नष्ट की गई ड्रग्स, सिगरेटों आदि का मूल्य लगभग 460 करोड़ रुपये है। इन सामानों को सीमा शुल्क विभाग ने सीमा शुल्क अधिनियम, एनडीपीएस अधिनियम और सिगरेट और अन्य तंबाकू उत्पाद अधिनियम के उल्लंघन के लिए जब्त किया था।

25 अक्टूबर 2024 को दिल्ली में एक अपशिष्ट प्रबंधन सुविधा में प्रतिबंधित सामग्री का सुरक्षित और प्रभावी तरीके से निपटान, दिल्ली सीमा शुल्क निवारक आयुक्तालय की आयुक्त श्रीमती हरबिंदर कौर प्रसाद और सीमा शुल्क (हवाई अड्डा और सामान्य) आयुक्तालय के आयुक्त श्री विशाल पाल सिंह की उपस्थिति में किया गया

प्रधानमंत्री आर्थिक सलाहकार परिषद की रिपोर्ट : भारत में 1950 से 2015 के बीच 7.82% घटी हिंदू आबादी…

65 वर्षो में मुस्लिम आबादी में 43.15% की वृद्धि, जाने ईसाई, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी की जनसंख्या में क्या आया बदलाव

प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद ने 167 देशों में 1950-2015 में हुए धार्मिक अल्पसंख्यकों की हिस्सेदारी एक क्रॉस-कंट्री विश्लेषण को रिपोर्ट जारी की है।

  • रिपोर्ट के अनुसार भारत में बहुसंख्यक हिंदू आबादी का हिस्सा 1950 और 2015 के बीच 7.82 प्रतिशत कम हो गया (84.68 प्रतिशत से 78.06 प्रतिशत)।
  • 1950 में मुस्लिम आबादी की हिस्सेदारी 9.84 प्रतिशत थी और 2015 में बढ़कर 14.09 प्रतिशत हो गई – उनकी हिस्सेदारी में 43.15 प्रतिशत की वृद्धि हुई।
  • ईसाई आबादी का हिस्सा 2.24 प्रतिशत से बढ़कर 2.36 प्रतिशत हो गया – 1950 और 2015 के बीच 5.38 प्रतिशत की वृद्धि हुई।
  • सिख आबादी का हिस्सा 1950 में 1.24 प्रतिशत से बढ़कर 2015 में 1.85 प्रतिशत हो गया – उनके हिस्से में 6.58 प्रतिशत की वृद्धि हुई।
  • बौद्ध आबादी की हिस्सेदारी में भी उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई, जो 1950 में 0.05 प्रतिशत से बढ़कर 0.81 प्रतिशत हो गई।
  • जैनियों की हिस्सेदारी 1950 में 0.45 प्रतिशत से घटकर 2015 में 0.36 प्रतिशत हो गई।
  • पारसी आबादी की हिस्सेदारी में 85 प्रतिशत की भारी गिरावट देखी गई, जो 1950 में 0.03 प्रतिशत से घटकर 0.004 हो गई।

प्रधानमंत्री आर्थिक सलाहकार परिषद द्वारा जारी की गई पूरी रिपोर्ट देखने के लिए नीचे दी गई लिंक को दबाए और प्राप्त करे पूरी रिपोर्ट

Pandit Pradeep Mishra : पंडित प्रदीप मिश्रा की जिम्मेदारी संभाल रहे बेटे राघव, सुना रहे शिवमहापुराण की कथा…

Pandit Pradeep Mishra : विश्व विख्यात कुबेरेश्वर धाम के पंडित प्रदीप मिश्रा के पुत्र राघव मिश्रा भी अब शिवमहापुराण कथा का वाचन कर रहे हैं। राघव मिश्रा अपनी पहली कथा अपने पिता के कुबेश्वर धाम पर कर रहे है। कुबेरेश्वरधाम पर नियमित रूप से हर रोज हजारों की संख्या में श्रद्धालु भव्य निर्माणाधीन शिवलिंग के दर्शन करने जाते हैं। पांच दिवसीय कथा का श्रीगणेश मंगलवार (30 अप्रैल) से हुआ। अंतर्राष्ट्रीय कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा भी अपने पुत्र राघव की यह पहली कथा का श्रवण कर रहे है।
प्रथम दिन की कथा के बाद कथा वाचक राघव मिश्रा जी ने कहा की बच्चो को प्रतिदिन अपने घर के नजदीकी शिव मंदिर में जाकर शिवलिंग पर एक लौटा जल अवश्य चढ़ाना चाहिए और श्री शिवाय नमस्तुभ्यं का जाप करना चाहिए।

अंतर्राष्ट्रीय कथावाचक भागवत भूषण पंडित प्रदीप मिश्रा विश्व में प्रसिद्ध हैं। पंडित मिश्रा बहुत ही अद्भुत तरीके से शिव महापुराण कथा सुनाते हैं। उनकी शिव महापुराण कथा सुनने के लिए भक्तों का जनसैलाब उमड़ता और उस स्थान पर महाकुंभ सा नजारा नजर आता है। शिव महापुराण कथा करने वाले पंडित मिश्रा अपने पुत्र को भी कई बार कथा में साथ ले जाते थे। इसलिए उनके पुत्र भजन गायक के साथ पवित्र ग्रन्थों का अध्ययन कर आध्यात्मिक ज्ञान को प्रखर हो गए हैं।

पंडित प्रदीप मिश्रा के पुत्र राघव मिश्रा की पहले दिन की शिवमहापुराण कथा
पंडित प्रदीप मिश्रा के पुत्र राघव मिश्रा की दूसरे दिन की शिवमहापुराण कथा

पंडित प्रदीप मिश्रा नारियल लगने से हो गए थे चोटिल

बीते दिनों आष्टा में पंडित प्रदीप मिश्रा महादेव की होली में शामिल होने गए थे। चल समारोह के दौरान किसी श्रद्धालु ने पंडित जी को नारियल अर्पित करने हेतु उनकी तरफ नारियल फेंक दिया जिससे नारियल उनके सिर पर लगा। नारियल लगने से लंबे समय से उनका इलाज चल रहा है और विशेषज्ञ डॉक्टरों ने रेस्ट करने को किया था, जिससे वह रेस्ट कर रहे हैं। धाम पर कथा और धार्मिक गतिविधियों में उनके बेटे राघव मिश्रा के सानिध्य में मंगलवार से दोपहर 3.00 बजे से दो घंटे संगीतमय श्रीमहापुराण का आयोजन किया जा रहा है।

chaitra navratri 2024 : चैत्र नवरात्रि 2024 का शुभ मुहूर्त

कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त : सुबह 5 बजकर 52 मिनट से लेकर 10 बजकर 4 मिनट तक पहला कलश स्थापना मुहूर्त बन रहा है। इसके बाद 11 बजकर 45 मिनट से दोपहर 12 बजकर 35 मिनट तक घट स्थापना कर सकेंगे।नवरात्रि की पूजन सामग्री: पूजा के लिए मां दुर्गा की तस्वीर, लाल रंग का कपड़ा, फल, फूल, माला, आम का पत्ता, लौंग, सुपारी, इलायची, बंदनवार, हल्दी की गांठ, रोली, मौली, कमल गट्टा, सूखा नारियल, नैवेध, शहद, घी, शक्कर, पंचमेवा, जावित्री, गंगाजल, दूध, दही, नवग्रह पूजन के लिए रंग-बिरंगे चावल, धूप-दीप, वस्त्र और पूजा की थाली समेत सभी सामग्री एकत्रित कर लें।

मां दुर्गा की श्रृंगार सामग्री: मां दुर्गा को श्रृंगार सामग्री अर्पित करने के लिए लाल चुनरी, लाल चूड़ियां, सिंदूर, बिंदी, काजल, मेहंदी, शीशा, बिछिया, इत्र, मंगलसूत्र, लिपस्टिक, नथ, गजरा, कंघी, कान की बली समेत 16 श्रृंगार की सामग्री रख लें।

कलश स्थापना की सामग्री: कलश स्थापित करने के लिए मिट्टी का घड़ा, मिट्टी, मिट्टी का ढक्कन, नारियल, जल, गंगाजल, मिट्टी का दीपक, हल्दी-अक्षत और लाल रंग का वस्त्र चाहिए।

कलश स्थापना की विधिः नवरात्रि के पहले दिन सुबह जल्दी उठें। स्नानादि के बाद साफ वस्त्र धारण करें।इसके बाद घर के मंदिर को साफ करें। मंदिर को फूलों से सजाएं। घट स्थापना के लिए एक मिट्टी के कलश में पानी भरकर रख दें। कलश में सिक्का, सुपारी, आम का पत्ते जरूर डालें। इसके बाद एक लाल कपड़ा बिछाकर उसपर चावल का ढेर बनाएं।अब चावल के ढेर पर कलश स्थापित करें। कलश पर कलावा बांध दें।इसके साथ ही कलश पर स्वास्तिक भी बनाएं। फिर एक मिट्टी के बर्तन में मिट्टी और जौ मिलाएं। इसमें थोड़ा पानी छिड़कें और इसे भी स्थापित कर दें। अब मंदिर में मां दुर्गा की प्रतिमा रखें। सभी देवी- देवताओं कआ आह्वान करें।सबसे पहले गणेश जी की पूजा करें और सभी मां दुर्गा समेत सभी देवी-देवताओं की आरती करें।

डिस्क्लेमरः इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य है और सटीक है। इन्हें अपनाने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।

देश में लागू हुआ नागरिकता संशोधन कानून CAA

कई महीनो से जिस पर चर्चा हो रही थी, वह CAA आखिरकार आज देश भर में लागू कर दिया गया है।
केंद्र की मोदी सरकार ने नागरिकता संशोधन कानून का नोटिफिकेशन जारी कर दिया है। लोकसभा चुनाव से पहले केंद्र सरकार का यह बड़ा कदम है। इसके तहत अब तीन पड़ोसी देशों के अल्पसंख्यकों को भारत की नागरिकता मिल सकेगी।इसके लिए उन्हें केंद्र सरकार द्वारा तैयार किए गए ऑनलाइन पोर्टल पर आवेदन करना होगा।
CAA के तहत मुस्लिम समुदाय को छोड़कर तीन मुस्लिम बहुल पड़ोसी मुल्कों से आने वाले बाकी धर्मों के लोगों को नागरिकता देने का प्रावधान है।केंद्र सरकार ने सीएए से संबंधित एक वेब पोर्टल तैयार किया है। तीन मुस्लिम बहुल पड़ोसी मुल्कों से आने वाले वहां के अल्पसंख्यकों को इस पोर्टल पर अपना रजिस्ट्रेशन कराना होगा और सरकारी जांच पड़ताल के बाद उन्हें कानून के तहत नागरिकता दी जाएगी।

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https://twitter.com/PIBHomeAffairs/status/1767173421727711374?ref_src=twsrc%5Etfw%7Ctwcamp%5Etweetembed%7Ctwterm%5E1767173421727711374%7Ctwgr%5Efd8f65970f32571a90a88e0484a93b53252f1d28%7Ctwcon%5Es1_c10&ref_url=https%3A%2F%2Ftwitter.com%2F

Dewas ज्ञानवापी में मिला पूजा का अधिकार, मिठाई बांटकर खुशियां मनाई…

देवास। वाराणसी की जिला कोर्ट ने हिंदू पक्ष के हक में बड़ा फैसला दिया है। ज्ञानवापी के व्यास तहखाने में हिंदू पक्ष को पूजा करने का अधिकार दे दिया है। सात दिन में पूजा का अधिकार बहाल करते हुए जिला अदालत के आदेश पर अमल करने के लिए प्रशासन को कहा गया है। फैसले के बाद हर जगह खुशियों का माहौल है। शिव शक्ति सेवा मंडल देवास के सदस्यों ने भी चामुण्डा कॉम्प्लेक्स परिसर में इस फैसले के बाद खुशियां मनाते हुए पटाखे फोड़े और मिठाई बांटी।

वाराणसी जिला कोर्ट ने बुधवार को ज्ञानवापी के व्यास जी तहखाने में पूजा करने की इजाजत दे दी है। इस तहखाने में 1993 से पूजा-पाठ बंद था। यानी 31 साल बाद यहां पूजा-पाठ की इजाजत दी गई है। कोर्ट ने कहा कि काशी-विश्वनाथ मंदिर ट्रस्ट बोर्ड पुजारी का नाम तय करेगा। वाराणसी के DM 7 दिन के अंदर पूजा-पाठ के लिए जरूरी इंतजाम करेंगे।तहखाने के पारंपरिक पुजारी रहे व्यास परिवार ने याचिका दाखिल कर पूजा-पाठ की इजाजत मांगी थी। कोर्ट ने 17 जनवरी को तहखाने का जिम्मा DM को सौंप दिया था। कोर्ट के आदेश पर DM ने मुस्लिम पक्ष से तहखाने की चाबी ले ली थी। DM की मौजूदगी में 7 दिन बाद यानी 24 जनवरी को तहखाने का ताला खोला गया था।

श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की जयपुर में गोली मारकर हत्या..

जयपुर : श्री राष्ट्रीय राजपूत करनी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की जयपुर में गोली मार दी गई. उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी मौत हो गई है. सुखदेव सिंह को श्यामनगर स्थित घर में घुसकर गोली मारी गई.बता दें की मंगलवार दिनदहाड़े स्कूटी सवार बदमाशों ने गोगामेड़ी पर गोलियां चलाईं. फिर भाग निकले. गोगामेड़ी के साथ घटना के दौरान मौजूद रहे अजीत सिंह गंभीर रूप से घायल हो गए हैं.जिसका CCTV फूटेज भी सामने आया है।

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घटना के तुरंत बाद उन्हें मेट्रो मास अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी मौत हो गई. यहां पर बड़ी संख्या में भीड़ जमा हो गई. हालात काबू में रखने के लिए पुलिस बल तैनात किया गया है. जानकारी के मुताबिक, सुखदेव सिंह को दो गोलियां मारी गई हैं. पुलिस मामले की जांच कर रही है. सुखदेव सिंह गोगामेड़ी लंबे समय से राष्ट्रीय करणी सेना से जुड़े रहे थे. उन्होंने करणी सेना संगठन में विवाद के बाद राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के नाम से अलग संगठन बना लिया था. गोगामेड़ी उसके अध्यक्ष थे. साल 2017 में फिल्म पद्मावत की जयगढ़ में शूटिंग के दौरान राजपूत करणी सेना के लोगों ने तोड़फोड़ की थी. इस दौरान फिल्म डायरेक्टर संजय लीला भंसाली को थप्पड़ भी मार दिया था. गोगामेड़ी फिल्म पद्मावत और गैंगस्टर आनंदपाल एनकाउंटर केस के बाद राजस्थान में हुए प्रदर्शन से वे चर्चा में आए थे.