भट्ट बावड़ी स्थित श्री सूर्य विजय हनुमान मंदिर पर हुआ विवाह सम्पन्न
देवास। पिछले दिनों ही शहर में मुख्यमंत्री विवाह योजना में नि:शुल्क विवाह का आयोजन हुआ था जिसमे अनेकों विवाह देखने को मिले थे। पर आज शहर के भट्ट बावड़ी स्थित श्री सूर्य विजय हनुमान मंदिर समिति द्वारा आर्थिक रूप से कमजोर व मुख्यमंत्री विवाह योजना में जटिल कागजी कार्यवाही के चलते अपना नाम दर्ज नही करा सकी दो युवतियों के विवाह कराने का बीड़ा उठाया है।

मंदिर पुजारी गणेश दुबे द्वारा बताया गया की जब पता चला की 2 कन्यायों के विवाह के लिए इनके माता पिता को कठिनाई का सामना पड़ रहा है तो मंदिर समिति ने इनका विवाह सभी के सहयोग से कराने का निर्णय लिया। आज 7 मई को सूर्य विजय हनुमान मंदिर में युवती दुर्गा मडामे पिता सुखदेव आयु 26 वर्ष निवासी न्यू गांधीनगर उज्जैन और निकिता पिता शिवनारायण आयु 18 वर्ष निवासी ग्राम छोटी चुरलाय तहसील देवास का विवाह कराया गया साथ ही दोनो युवतियों के विवाह की वैधानिक कार्यवाही भी मंदिर द्वारा पूर्ण कराई गई है।
मंदिर समिति द्वारा दोनो बालिकाओं को आशीर्वाद स्वरूप में बिस्तर सहित पलंग, अलमारी, कूलर, पंखा, मिक्सर, प्रेस, सोने की नथ, चांदी की पायजेब एवं बिछिया तथा घर गृहस्थी में काम आने वाली कई बर्तन और अन्य सामग्री भी दी गई। साथ ही उन्हें भक्तों द्वारा साड़ी एवं कपड़े भी उपहार में दिए गए। युवतियों के परिजन सुबह 9 बजे से ही मंदिर पहुंचे थे मंदिर समिति द्वारा उनके लिए स्वल्पाहार व भोजन की व्यवस्था का प्रबंधन भी किया गया।
मंदिर समिति द्वारा दोनो बालिकाओं को आशीर्वाद स्वरूप में बिस्तर सहित पलंग, अलमारी, कूलर, पंखा, मिक्सर, प्रेस, सोने की नथ, चांदी की पायजेब एवं बिछिया तथा घर गृहस्थी में काम आने वाली कई बर्तन और अन्य सामग्री भी दी गई। साथ ही उन्हें भक्तों द्वारा साड़ी एवं कपड़े भी उपहार में दिए गए। युवतियों के परिजन सुबह 9 बजे से ही मंदिर पहुंचे थे मंदिर समिति द्वारा उनके लिए स्वल्पाहार व भोजन की व्यवस्था का प्रबंधन भी किया गया।
बालिकाओं के परिजनों का कहना है की मंदिर समिति द्वारा जो हमारी बालिकाओं के विवाह का आयोजन किया गया बहुत ही सुंदर, सराहनीय है। हम हमारी बालिकाओं का विवाह सम्मेलन में करना चाहते थे जब हमने मंदिर का यह संदेश देखा की बालिकाओं का विवाह कराया जा रहा ही तो मंदिर समिति से संपर्क किया। मंदिर समिति द्वारा हमारी बालिकाओं को गृहस्थी का सारा सामान भी दिया जा रहा है। दोनो ही परिवार द्वारा मंदिर समिति का आभार माना गया।