देवास। झारखंड में स्थित श्री सम्मेद शिखर तीर्थ के लिए शनिवार रात शहर से बड़ी संख्या में धर्मावलंबियों ने प्रस्थान किया। श्री सम्मेद शिखर तीर्थ विश्व का सबसे महत्वपूर्ण जैन तीर्थ स्थल भी है। यंहा पर जैन धर्म में कुल 24 तीर्थंकर में से 20 तीर्थंकरों ने मोक्ष प्राप्त किया है।
दरअसल शनिवार रात तकरीबन 12 बजे ट्रेन से करीब 800 धर्मावलंबी श्रीसम्मेद शिखर तीर्थ के लिए रवाना हुए। यात्रा में बच्चे बूढ़े भी बड़ी संख्या में शामिल हुए। साथ ही सांसद महेन्द्र सिंह सोलंकी भी सहपरिवार यात्रा में शामिल हुए। 6 दिवसीय इस यात्रा के मुख्य संघपति के रूप में छाबड़ा परिवार है। इस यात्रा में शामिल होने के लिए रेलवे स्टेशन पर पहुंचे लोगो का भारी जमावड़ा वहा देखने को मिला जिसे देखकर हर कोई आचंभित था वहा मौजूद लोगों ने कहा कि एक साथ इतनी बड़ी संख्या में तीर्थ यात्रा करने जा रहे लोगो को पहली बार देखा है।
स्टेशन पर पहुंचे लोगों का ढोल बजाकर एवं तिलक लगाकर माला पहनाकर सम्मान भी किया गया। यात्रा में समाज के तकरीबन 8 डॉक्टर की टीम भी शामिल है।
जैन समाज के निलेश जैन छाबड़ा ने बताया कि पूर्व में भी श्री सम्मेद शिखर तीर्थ की यात्रा होती रही है पर पुरी समाज एक साथ इतनी बड़ी संख्या में पहली बार जा रहे है। आज से 6 माह पूर्व यात्रा पर जाना था लेकिन एनवक्त पर ट्रेन कैंसिल हो गई थी। इस वजह से उस समय यात्रा कैंसिल हो गई थी। यह ऐसी जगह है जहां व्यक्ति अपने पुण्य से ही जा सकता है।
सांसद महेन्द्र सिंह सोलंकी ने बताया कि निलेश छाबड़ा परिवार द्वारा जैन समाज के सभी भक्तों को सम्मेद शिखर तीर्थ के लिए वंदना करने के लिए लेकर जा रहे है। मेरी भी जैन समाज में आस्था है। में जैन धर्म के नियमों का अनुसरण करता हूं। इस यात्रा का प्रोग्राम लगभग 6 माह पहले बन चुका था। मैंने तभी अपनी सहमति दी थी। यात्रा जाएगी तो में भी अपने परिवार सहित सम्मेदशिखर तीर्थ जाकर दर्शन करूंगा।