- हिन्दू युवा एवं संस्था सदस्यों ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय में सौंपा ज्ञापन
देवास। संस्था राम-राम के संस्थापक हिंदूवादी नेता शैलेंद्र सिंह पवार के नाम की सुपारी का मामला देवास में चर्चा का विषय बना हुआ है। जिस मामले में संस्था राम राम, हिंदूवादी संगठन और भारी संख्या मे लोगो की उपस्थिति में नारेबाजी करते एसपी कार्यालय पहुंचकर एएसपी जयवीर सिंह भदोरिया को एक ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन में बताया कि इस्लामिक कट्टरपंथी सोच रखने वाले व्यक्तियों की ओर से राष्ट्रवादी व सनातन धर्म व सामाजिक कार्य करने वाले शैलेंद्र सिंह पवार की हत्या करने के लिए षडय़ंत्र रचा जा रहा है। मामले में शामिल लोगों पर शीघ्र कार्रवाई करने की मांग की है। मामले में एएसपी जयवीर सिंह भदोरिया ने बताया कि मामले में इंदौर निवासी इमरान चौहान का स्टेटमेंट लिया गया है। इंदौर जिले में भी आवेदन पत्र अलग-अलग जगह दिए गए है। मामले में जांच चल रही है।
गैंग से अलग हुए सदस्य ने किया था खुलासा : शहर की संस्था राम-राम के संस्थापक शैलेन्द्र पवार की हत्या की सुपारी इंदौर की गैंग संचालक को दी गई। इसका खुलासा उस गैंग से कुछ समय पहले ही अलग हुए इंदौर चंदनगर निवासी इमरान चौहान ने किया। उसने इंदौर कलेक्टर को एक आवेदन देकर इस मामले में उसका कोई लेना-देना नहीं होने की बात कही। वह गुरुवार को देवास पुलिस के पास भी पहुंचा। जिसके बाद पुलिस को भी इस मामले में बताया था। उसके बाद पुलिस ने मामले को जांच में लिया था। इमरान की तरफ से बताया गया था कि देवास के एक बड़े नेता की ओर से इंदौर गैंग को सुपारी दी गई है। जिसमें मुझे फंसाया जा सकता है। मैं पिछले कुछ वर्षों से अपराध की दुनिया से अलग हो चुका हूं।
संस्था के कार्यकर्ता बडी संख्या में चामुण्डा काम्पलेक्स में एकत्रित हुए और पैदल एसपी कार्यालय पहुंचे। जहां ज्ञापन सौंपते हुए सुपारी देने वाले मामले में शामिल समस्त लोगों उचित कार्यवाही की जाए। यदि ऐसे में शैलेन्द्र सिंह पवार एवं उनके परिवार के सदस्यों पर आर्थिक व शारीरिक क्षति होती है तो इसका जिम्मेदार देवास प्रशासन होगा। इस दौरान बडी संख्या में हिन्दू समाजजन उपस्थित थे।
दरअसल खबर अनुसार देवास के हिंदूवादी नेता शैलेंद्र सिंह पवार की सुपारी इंदौर के गैंगस्टर शाकिर चाचा ने ली थी। पूर्व में इमरान शाकिर चाचा के साथ घटनाओं को अंजाम देता था।
मामले में इमरान चौहान ने कहा कि इसका इस सुपारी से उसका कोई लेना-देना नहीं है। मैंने इस बारे में इंदौर कलेक्टर को भी आवेदन दे दिया है। इमरान के अनुसार इसमें शाकिर चाचा का हाथ है। उसने बताया कि 10 माह पहले जब वह जेल से छूटा था, तब शाकिर चाचा ने उससे कहा था कि अपन बहुत बड़ा काम ले रहे हैं देवास का। उसमें नागदा- खाचरौद के लालाओं का भी इंटरफेयर है और देवास के कुछ बड़े लोग हैं। तब शाकिर चाचा ने इमरान को बताया था कि देवास का हाथीवाला इस मामले में साथ देगा। इमरान ने दावा किया है कि वह कभी हाथीवाला से न तो मिला है और न ही जानता हूं। उसका कहना है कि सुपारी लेने के इस पूरे मामले का कर्ताधर्ता शाकिर चाचा है। मेरा कोई लेना-देना नहीं है। जेल से बाहर आने के बाद मैंने शाकिर चाचा का साथ छोड़ दिया है। उसने कहा कि डेढ़-दो साल से शाकिर चाचा और उसकी गैंग देवास में सक्रिय है।
मामले में अंसार अहमद हाथीवाला का बयान सामने आया है जिसमे वह कह रहे है की मेरी छवि धूमिल करने के लिए यह। आरोप मुझपर लगाए जा रहे है। मुझे प्रशासन पर भरोसा है वह जांच कर में भी उनका पूरा सहयोग करूंगा।